कोरबा: किसी भी संस्थान से उपभोक्ताओं को सही माप के अनुरूप सामान मिल रहा है या नहीं. इसकी निगरानी और नियमों का पालन करवाने वाले संस्थान विधिक माप विज्ञान(नापतौल) विभाग में घमासान मचा हुआ है. कलेक्ट्रेट स्थित जिला विधिक माप विज्ञान विभाग में 2 इंस्पेक्टर और एक लिपिक के पद स्वीकृत हैं. हाल ही में रायपुर से स्थानांतरित होकर नेहा साहू ने पदभार ग्रहण किया है. जबकि पाल सिंह डहरिया यहां पहले से ही कार्यरत हैं. दोनों ही के बीच घमासान मचा हुआ है. बुधवार को निरीक्षक पाल सिंह डहरिया कार्यालय में ताला लगाकर गायब हो गए. कार्यालय के लिपिक भी नदारद थे. जिससे शिकायत लेकर कार्यालय पहुंचे लोगों को बैरंग लौटना पड़ा. निरीक्षक नेहा साहू ऑफिस में ताला बंद होने के कारण ऑफिस में बिना किसी काम बैठी रहीं.
कोरबा माप तौल विभाग में निरीक्षकों के बीच घमासान, कार्यालय में जड़ा ताला
कोरबा विधिक माप विज्ञान(नापतौल) विभाग में घमासान मचा हुआ है. कलेक्ट्रेट स्थित जिला विधिक माप विज्ञान विभाग में 2 इंस्पेक्टर और एक लिपिक के पद स्वीकृत हैं. हाल ही में रायपुर से स्थानांतरित होकर नेहा साहू ने पदभार ग्रहण किया है. जबकि पाल सिंह डहरिया यहां पहले से ही कार्यरत हैं. दोनों के बीच घमासान मचा हुआ है. बुधवार को निरीक्षक पाल सिंह डहरिया कार्यालय में ताला लगाकर गायब हो गए.
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निरीक्षक ने अपने चेंबर और लैब में जड़ा ताला
ऑफिस में ताला लगा होने के कारण विधिक माप विज्ञान विभाग का काम पूरी तरह से ठप दिखा. कार्यालय में अन्य निरीक्षक नेहा साहू मौजूद थीं. जिन्होंने बताया कि, मेरी पदस्थापना 1 महीने पहले ही कोरबा में की गई है. कोरबा में मेरे अलावा एक अन्य निरीक्षक पाल सिंह डहरिया मौजूद हैं. लेकिन वह कार्यालय नहीं आते. बुधवार को तो वह अपने चेंबर और लैब में ताला लगाकर बिना किसी सूचना के कार्यालय से गायब हैं. कार्यालय के लिपिक सोनू साकरे भी बिना किसी सूचना के कार्यालय से नदारद हैं. जबकि उपस्थिति पंजी भी लैब में रखी होती है. ताला बंद होने के कारण मैं अपनी उपस्थिति भी दर्ज नहीं कर पायी हूं.
हमारा काम फील्ड में जाकर तराजू-बाट और माप संबंधित सभी तरह के उपकरणों का सत्यापन करना है. लेकिन लैब में ताला बंद होने के कारण सभी काम पूरी तरह से ठप हैं. यहां तक कि, कुछ लोग शिकायत को लेकर कार्यालय पहुंचे हैं उन्हें भी बैरंग लौटना पड़ रहा है. आवक जावक रजिस्टर के साथ ही सभी तरह दस्तावेजों को जहां संधारित किया गया जाता है, उसी स्टोर में ताला बंद कर दिया गया है. इसकी लिखित शिकायत भी मैंने उच्चाधिकारियों से कर दी है.
'शिकायत लेकर आया, लेकिन कार्यालय में नहीं है कोई उपस्थित'
उरगा निवासी उमाशंकर साहू माप तौल विभाग के कार्यालय शिकायत लेकर पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि, उरगा में एक पेट्रोल पंप है. उस पंप से पेट्रोल मापकर दिया जा रहा है. लगातार शिकायतें आ रही थी. मैंने इसका पता लगाया और विभाग के कार्यालय लेकर पहुंचा. लेकिन उरगा क्षेत्र की निगरानी का जिम्मा संभालने वाले इंस्पेक्टर कार्यालय में नहीं हैं. माप तौल विभाग के दफ्तर में ताला लगा हुआ है. जिसके कारण मैं शिकायत भी दर्ज नहीं करा पा रहा हूं. उरगा में रहते हुए मैं 10 से 12 किलोमीटर दूर कोरबा से पेट्रोल लेने पर विवश हूं. बार-बार शिकायत करना भी संभव नहीं है.
'इंस्पेक्टर डहरिया से नहीं हो सका संपर्क'
कार्यालय में पदस्थ दो इंस्पेक्टर में से एक नेहा साहू ने दूसरे इंस्पेक्टर पाल सिंह डारिया पर कार्यालय में ताला लगाकर नदारद होने की बात कही. कार्यालय में ताला बंद होना भी पाया गया. इस संबंध में पाल सिंह डारिया से संपर्क करने का प्रयास किया गया. लेकिन वह कार्यालय से नदारद थे. फोन पर भी उनसे संपर्क नहीं हो सका.