कांकेर: आज बदलते दौर में महिलाओं और लड़कियों को पढ़ने के साथ-साथ आत्मरक्षा की कला सिखाना भी बेहद जरूरी हो गया है. हर महिला को अपनी सुरक्षा करने में सक्षम होना जरूरी है. आत्मरक्षा एक कला होने के साथ-साथ एक बड़ा हथियार भी है. इसी सोच और जज्बे के साथ महिला कमांडो स्कूली छात्राओं को अपना पसीना बहाकर उनकी ताकत का एहसास करवाने में जुटी हुई हैं.
महिला कमांडो दे रही ट्रेनिंग बीते कुछ सालों में महिला अपराध में वृद्धि देखी गई है. इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस विभाग ने ये नेक पहल शुरू की है. ताकि मनचलों को सबक सिखाया जा सके. आये दिन महिलाओं, युवतियों के साथ छेड़छाड़, रेप, दुर्व्यवहार जैसे मामले सामने आते रहते हैं. युवतियों को खुद को कमजोर समझ इसका विरोध नहीं कर पाती हैं. इसके लिए जिले भर में महिला कमांडो छात्राओं को छेड़खानी का जवाब देने के लिए ट्रेनिंग दे रही हैं. महिलाओं और युवतियों के लिए आत्मरक्षा की ये कला बहुत ही कारगर साबित हो सकती है.
अब तक जिले भर के लगभग 70 स्कूलों में महिला कमांडो की टीम आत्मरक्षा के गुण सिखाने के लिए ट्रेनिंग दे चुकी है. महिला कमांडो दल की लीडर पदमिनी साहू बताती हैं कि इस ट्रेनिंग के बाद छात्राएं अंदर से खुल रही है जो कि बहुत जरूरी है. कई बार लड़कियां गलत घटनाओं का जिक्र अपने माता-पिता से नहीं कर पाती है, इसलिए उन्हें ट्रेनिंग के साथ-साथ समझाइश भी दी जा रही है.
सोशल नेटवर्किंग साइट में न डाले फोटो
महिला कमांडो टीम ने छात्राओं को सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिये होने वाले अपराध के बारे में भी जानकारी दी. सोशल नेटवर्किंग साइट से फोटो चुरा कर गलत जगहों पर इस्तेमाल करने जैसे कई मामलों का जिक्र भी किया. इसके साथ ही सोशल साइट पर अनजान लोगों से दोस्ती न करने और इसका कम से कम उपयोग करने की सलाह भी छात्राओं को दी गई.
छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना जरूरीः एएसपी
एएसपी कीर्तन राठौर ने कहा कि छात्राओं को आत्म निर्भर बनाना बहुत जरूरी है और इसी वजह से एसपी के एल धुर्व के निर्देश पर महिला कमांडो की टीम की ओर से यह अभियान चलाया जा रहा है. जिले भर के स्कूल में महिला कमांडो की अलग-अलग टीम छात्राओं को ट्रेन कर रही है.