कांकेर: भारत निर्वाचन आयोग ने विधानसभा निर्वाचन में सभी मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की गई है. इसी क्रम में आयोग ने 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए उनके घर पर ही मतदान करने की सुविधा दी है. जिले के वरिष्ठजन भी उत्साह के साथ लोकतंत्र के इस पर्व में मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.
मतदान कर्मियों का एक वीडियो आया सामने: कांकेर में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के मतों को लेने मतदान कर्मियों का एक वीडियो सामने आया है. जिसमे जवानों के सुरक्षा के बीच घने जंगलों और नदी-नाले पार पर मतदानकर्मी वोट लेने जा रहे है. यह वीडियो अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र का बताया जा रहा है. अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा नक्सल संवेदनशील मतदान केंद्र हैं. नक्सल प्रभावित होने के साथ ही क्षेत्र घने जंगलों, पहाड़ों और छोटे-छोटे नालों की अधिकता के कारण रास्ते में कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है. मतदानकर्मी कठिन रास्तों को पार कर वोट लेने उनके घर पहुंच रहे हैं.
पोस्टल बैलेट से बुजुर्गों और विकलांगों ने की वोटिंग: जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका शुक्ला ने बताया, "ऐसे मतदाता, जो 80 वर्ष से अधिक उम्र वाले और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले हैं, वोट डालने नहीं जा सकते. उनके वोट डाक मतपत्र से लेने मतदान दल घर-घर पहुंचा. जिले की कांकेर, अंतागढ़ और भानुप्रतापपुर विधानसभा में ऐसे कुल 306 वोटर थे. 3 दिनों में मतदान दल सभी के घर पहुंचा तथा 298 ने वोट किया. इनमें से 4 की मृत्यु हो चुकी थी. बाकी 4 नोटिस समय में घरों से अनुपस्थित पाए गए."