Chhattisgarh Election 2023 : कांकेर में टिकट की दावेदारी के लिए कांग्रेस में शक्ति प्रदर्शन, पर्यवेक्षक बोले एक जुट होकर करें काम,जीतना है लक्ष्य
Chhattisgarh Election 2023 छ्त्तीसगढ़ कांग्रेस में टिकट को लेकर ब्लॉक स्तर पर दावेदारों ने फॉर्म जमा कर लिए गए हैं. बीजेपी के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कांकेर विधानसभा में कांग्रेस के पर्यवेक्षकों की टीम ने दौरा किया. पर्यवेक्षकों ने प्रत्याशी चयन से पहले कार्यकर्ताओं का मन जाना. इस दौरान दावेदारों ने अपने अपने तरीके पर्यवेक्षकों के सामने शक्ति प्रदर्शन किया. दावेदार अपने कार्यकर्ताओं के साथ पर्यवेक्षकों से मुलाकात करने पहुंचे थे.
कांकेर : महाराष्ट्र आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नामदेव उसेंडी पर्यवेक्षक के तौर पर कांकेर पहुंचे.जहां नामदेव ने प्रत्याशी चयन से पहले कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली. पर्यवेक्षकों पर अपना असर छोड़ने के लिए दावेदार भी पीछे नहीं रहे. दावेदार अपने कार्यकर्ताओं के साथ पर्यवेक्षकों से मिलने पहुंचे. इस दौरान पर्यवेक्षकों ने टिकट के दावेदारों से चर्चा भी की.
दावेदारों से वन टू वन चर्चा :महाराष्ट्र आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक नामदेव उसेंडी ने कार्यकर्ताओं से भी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की. कार्यकर्ताओं से बात करके पर्यवेक्षकों ने ये जानने की कोशिश की उनके मन में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को लेकर क्या चल रहा है. क्योंकि एक टिकट के लिए कई सारे दावेदार आने पर पार्टी के अंदर ही विरोध की स्थिति पैदा होती है.
''यहां पर आने के बाद मुझे यहां का जो वातावरण दिखा. छत्तीसगढ़ में पिछले 15 सालों से जो हुआ नहीं था. हमारे भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ और कांकेर क्षेत्र में काम किया है. किसानों का कर्जा माफ किया. न्यूनतम मूल्य में धान खरीदी किया.फॉरेस्ट राइट एक्ट, पेसा अधिनियम का अधिकार दिया. यह के परंपरागत निवासियों को काफी सहूलियत दिए हैं. इस क्षेत्र में कांग्रेस के प्रति भारी जोश और समर्थन है. इसीलिए मुझे विश्वास है जो भी प्रत्याशी कांग्रेस का होगा वो भारी बहुमत से जीत हासिल करेगा.'' नामदेव उसेंडी, पर्यवेक्षक
प्रत्याशी को चुनाव जीताना ही लक्ष्य :जितनी बड़ी दावेदारी की लिस्ट उतनी बगावत होती है. इसके सवाल पर उसेंडी ने कहा कि हमें ऑल इंडिया कांग्रेस ने इसलिए भेजा है. कांग्रेस परिवार एक है, टिकट एक रहता है. मांगने वाले अनेक रहते हैं. जिसको भी मिले सभी साथ में उसका प्रचार प्रसार करें. हमारी दुश्मन बीजेपी है, कांग्रेस से दुश्मनी नहीं है. हमें आपस में लड़ाई झगड़ा नहीं करना है. हमको हमारा प्रत्याशी चुनकर लाना है. इसीलिए उनमें जो भी मन मुटाव होगा कांग्रेस पार्टी के तरफ से सहमति लेकर काम किया जाएगा.
आपको बता दें कि कृषि अधिकारी सरजू शोरी ने नौकरी से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है.साथ ही साथ सरजू कांकेर विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं.जो अपने समर्थकों के साथ पर्यवेक्षक से मिलने पहुंचे थे. वहीं कांकेर विधानसभा से बीजेपी के आशाराम नेताम को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कांग्रेस से पांच दावेदारों के नामों पर चर्चा हो रही है.प्रमुख दावेदारों में वर्तमान विधायक शिशुपाल शोरी, पूर्व विधायक शंकर ध्रुवा, नितिन पोटाई, सरजू शोरी, नरेश ठाकुर का नाम सबसे आगे है.