जशपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) ने सोमवार को जशपुर के सरना एथनिक रिसोर्ट में कहा कि ''उन्हें खुशी है कि सरकार की सभी लाभकारी योजनाओं का लाभ आम जनता को मिल रहा है. लगातार भू-माफियाओं के सक्रिय रहने की शिकायत मिल रही है. इसके लिए कमिश्नर को 15 दिनों के भीतर सभी प्रकरणों की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं ताकि कार्रवाई की जा सके.''
गौ-तस्करी पर भी दिया जवाब :गौ तस्करी को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा (CM Bhupesh answer on cow slaughter in Jashpur) कि '' गौ तस्करी बड़ी समस्या है. पूरे देश की न केवल छत्तीसगढ़ की. पहले गौधन आर्थिक संबल का महत्वपूर्ण कारण रहता था. गौपालन अनार्थिक हो गया. अतिरिक्त जानवर को खुले मे छोड़ना प्रारंभ किए. ये समस्या राष्ट्रव्यापी है. गोधन न्याय योजना के माध्यम से हमने समाधान ढूंढा है. गोबर खरीदी की योजना से गौ पालन पुनः आर्थिक हो रहा है. गौठान योजना हम सबकी योजना है. इस पर अधिक से अधिक काम करने की आवश्यकता है. पशुओं को गौठानो में रखें गौमूत्र की खरीदी, बिजली बनाने की योजना से गौ- पालन आर्थिक रूप से उपयोगी रहेगा.''
जशपुर में सीएम भूपेश का दौरा, टूरिज्म और चाय को लेकर कही बड़ी बात
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल जशपुर दौरे पर (CM Bhupesh visit in Jashpur) हैं. इस दौरान उन्होंने जिले में हो रहे विकास कार्यों और राज्य के विकास के बारे में जानकारी साझा की.
चाय उत्पादन को लेकर भी राज्य सरकार गंभीर :इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अधिकारियों को जशपुर के स्थानीय फसलों, चाय के उत्पादन के संबंध में अध्ययन करके रिपोर्ट देने कहा गया है. उन्होंने बताया कि ''कुनकुरी में सब्जी, फल मंडी और कोल्ड स्टोरेज की घोषणा की (Tea production will get a boost in Jashpur) है. चाय काफी और अन्य खेती के क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है. यहां की जलवायु सभी के खेती के लिये उचित है. मिट्टी परीक्षण कर खेती हेतु उचित रिपोर्ट पेश करने अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.''
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अब पिछड़े आदिवासियों को सीधी भर्ती : मुख्यमंत्री ने कहा कि '' सीधी भर्ती मामले में 9 हजार 6 सौ 23 पदों पर भर्ती का घोषणा तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में किया जायेगा. जिसमें पेंशन भी मिलेगा यह पूर्ण कालिक होगा. आम जनता और प्रशासन के सहयोग से मिलकर बांकी नदी का कार्य हो रहा है. यह सराहनीय है. नरुआ योजना के तहत जोड़कर पानी की किल्लत से इसको बचाया जा सकता है और पानी की समस्या को दूर किया जा सकता है.''