जांजगीर चाम्पा: महिला बाल विकास विभाग में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र एक ही कमरे में संचालित हो रही है. जिस कमरे में बच्चे अपना भविष्य लिखते हैं उसी कमरे में किचन भी है. पिछले नौ सालों से यहां की व्यवस्था दयनीय है, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
खतरे में भविष्यः यहां आंगनबाड़ी केंद्र के नाम पर है केवल एक कमरा, सरकार अंजान
महिला बाल विकास विभाग में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र एक ही कमरे में संचालित हो रही है.
जिले में कुल 2 हजार 45 आंगनबाड़ी केन्द संचालित है, जिनमें महिला बाल विकास विभाग के पास आंगनबाड़ी संचालन करने के लिए खुद का 1 हजार 580 भवन है, 465 आंगनबाड़ी केन्द्र जुगाड़ के भवनों से संचालित हो रहे हैं, जिनमे किराये के भवन में 329 आंगनबाड़ी केन्द्र, अन्य शासकीय भवनों में 92 और 44 आंगनबाड़ी केन्द्र सामाजिक संस्थाओं की ओर से दिए गए भवनों में संचालित हो रहे हैं.
छत्तीसगढ सरकार प्रदेश के नौनिहालों को बेहतर शिक्षा और सुविधा देने के लिए योजनाएं चला रही है, लेकिन जिले के आंगनबाड़ियों की ये तस्वीर यह बयां कर रही है कि पिछले नौ सालों से किस तरह जिले में आंगनबाड़ी का संचालन हो रहा है.