जगदलपुर:बस्तर में एनएमडीसी द्वारा बिछाये जा रहे स्लरी पाइप लाइन पर ग्रामीणों का विरोध अब राजनीति रंग ले लिया है. इसी कड़ी में जेसीसीजे ने बैलाडीला से नगरनार तक बिछाए जा रहे स्लरी पाइप लाइन का विरोध करते हुए सर्वे पर रोक लगाने की मांग की है.
जनता कांग्रेस ने भी किया समर्थन बता दें कि जिले में लौह अयस्क के लिए एनएमडीसी द्वारा स्लरी पाइप लाइन बिछाया जा रहा है, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया है. इसी क्रम में जेसीसीजे के नेताओं ने प्रेसवार्ता कर बताया कि एनएमडीसी द्वारा 170 किमी की स्लरी पाइप लाइन बिछाया जा रहा है, जिसके लिए सर्वे भी शुरू कर दिया गया है.
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लाखों लीटर पानी की होगी बर्बादी
पदाधिकारियों ने बताया कि पाइप लाइन से लौह अयस्क की सप्लाई में लाखों लीटर पानी की बर्बादी होगी, जो कि इंद्रावती नदी से लिया जायेगा. इससे दो दर्जन से अधिक गांवों के किसानों को नुकसान होगा. इतना ही नहीं उनकी कृषि भूमि भी पूरी तरह प्रभावित होगी.
ग्रामीणों के समर्थन में उतरी जेसीसीजे
बता दें कि इस स्लरी लाइन के विरोध में प्रभावित ग्रामीणों ने उघोग मंत्री कवासी लखमा को भी ज्ञापन सौपंकर सर्वे के काम को बंद करने की मांग की थी. इसके बाद भी सर्वे टीम पर कोई रोक नहीं लगाया गया, जिसको लेकर डीलमिली गांव के ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया था, लेकिन एक बार फिर नगरनार में सर्वे की बात सामने आने पर ग्रामीणों के साथ-साथ जनता कांग्रेस ने विरोध कर रही है.