दुर्ग :शासन के निर्देशों के बावजूद दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में रोका छेका अभियान धरातल पर नजर नहीं आ रहा है. पशुओं की सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए राज्य सरकार ने रोका छेका अभियान की शुरुआत की थी. जिसके तहत मवेशियों को गौठानों में रखने की योजना है. शासन की महत्तवकांक्षी योजना का क्रियान्वयन सिर्फ दिखावे तक ही सीमित नजर आ रहा है. दुर्ग निगम क्षेत्र में आज भी मवेशी सड़कों पर बैठे नजर आ रहे हैं. ये मवेशी हादसों को आमंत्रित कर रहे है. बारिश के बाद मवेशी अक्सर मुख्य सड़कों पर बैठ जाते है, जिनकी चिंता न निगम प्रशासन कर रहा है और न ही यातायात विभाग.
लिहाजा इन पशुओं के कारण हर साल कई वाहन चालक हादसे का शिकार होते है. पशुओं के सड़कों पर बैठने के कारण हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और मवेशियों को संरक्षित रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रोका छेका अभियान की शुरुआत की थी. लेकिन इस अभियान की वास्तविकता की पोल दुर्ग निगम क्षेत्र की सड़कों पर बैठे मवेशी खोल रहे है.
निगम महापौर धीरज बाकलीवाल का कहना है कि मवेशी सड़कों पर न बैठे इसके लिए निगम प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है. कलेक्टर और निगम आयुक्त को गौठान को शुरू क रने के लिए पत्र भी लिखा गया है. इसके बावजूद जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.