रायपुर\दिल्ली: महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में ईडी ने नई चार्जशीट दाखिल की है. रायपुर की एक विशेष अदालत में ईडी ने सोमवार को लगभग 1700 से 1800 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी. इस चार्जशीट में 5 आरोपियों के नाम है.
महादेव सट्टेबाजी में ईडी की नई चार्जशीट: महादेव एप मामले में एप के संचालक आरोपी रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर पर ईडी अपना शिकंजा तेज कर रही है. इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर रवि उप्पल को दुबई में गिरफ्तार किया जा चुका है. सौरभ चंद्राकर की दुबई में किसी भी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है. रायपुर की विशेष अदालत में नई चार्जशीट दाखिल कर दोनों आरोपियों के प्रत्यर्पण को लेकर यह दस्तावेज दुबई के साथ साझा किया जाएगा.
10 जनवरी को अगली सुनवाई: इससे पहले 21 अक्टूबर को ईडी ने पहली चार्जशीट दायर की थी. जिसमें 14 लोगों का नाम शामिल किया गया था. दूसरी लगभग 1800 पन्नों की चार्जशीट इस साल 1 जनवरी को विशेष पीएमएलए अदालत में दायर किया गया है. इस चार्जशीट में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, कथित कैश कूरियर असीम दास, पुलिस कांस्टेबल भीम सिंह यादव, ऐप से जुड़ा एक और आरोपी शुभम सोनी के नाम हैं. कोर्ट ने अभी तक अभियोजन की शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया है. ईडी के वकील सौरभ पांडे ने कहा कि विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत द्वारा 10 जनवरी को आरोप पत्र पर संज्ञान लेने की उम्मीद है. अगली सुनवाई 10 जनवरी को है.
कांस्टेबल भीम सिंह की पत्नी के नाम समन:28 दिसंबर को भिलाई में ईडी की टीम भिलाई महादेव ऐप घोटाला में गिरफ्तार आरक्षक भीम सिंह यादव के घर पहुंची. ईडी भीम सिंह यादव की पत्नी सीमा यादव के नाम समन लेकर पहुंची थी. लेकिन घर में ताला लगा मिला. कई घंटों तक ईडी वहीं इंतजार करती रही. बाद में समन घर के सामने चस्पा कर ईडी वापस लौट आई. सीमा यादव के खाते में कई बड़े ट्रांजेक्शन होने की जानकारी ईडी को मिली थी जिसके बाद सीमा यादव को पूछताछ के लिए समन जारी किया था.
क्या है महादेव एप मामला: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में पहले चरण के चुनाव 7 नवंबर से पहले ईडी ने रायपुर में बड़ी कार्रवाई की. ईडी ने असीम दास और आरक्षक भीम सिंह यादव को गिरफ्तार किया. असीम दास के पास से 508 करोड़ रुपये जब्त किए. कथित कैश कूरियर ने पूछताछ में बताया कि 508 करोड़ रुपये भूपेश बघेल को पहुंचाने के लिए कहा गया है. साथ ही ये कहा गया कि इन रुपयों को चुनाव में इस्तेमाल करने को कहा गया है. इसी बीच शुभम सोनी ने महादेव ऐप का मालिक होने का दावा करते हुए एक वीडियो जारी किया और ईडी को एक हलफनामा भेजा. सोनी ने दावा किया कि ऐप को चलाने की अनुमति देने के लिए राजनेताओं और उनसे जुड़े व्यक्तियों ने उससे 508 करोड़ की रिश्वत मांगी. छत्तीसगढ़ के तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल ने आरोपों को खारिज करते हुए इसे जांच का विषय बताया. इसी बीच असीम दास ने रायपुर की विशेष अदालत में कहा कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया गया था और उन्होंने कभी भी राजनेताओं को नकदी नहीं पहुंचाई थी. लेकिन 508 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का कथित आरोप कांग्रेस पर भारी पड़ गया और 3 दिसंबर को कांग्रेस छत्तीसगढ़ की सत्ता से बाहर हो गई. बता दें कि महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर से है.