दुर्ग : अंडा थाना क्षेत्र के आलबरस गांव में धान के पैरा में नाबालिग की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने 48 घंटे के अंदर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी और कोई नहीं बल्कि मृतक के दूर का रिश्तेदार ही निकला, जिसने अंधविश्वास के फेर में पड़कर नाबालिग की गला दबाकर हत्या कर दी थी. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने हत्या का जो कारण बताया वो काफी चौंकाने वाला है.
दरअसल, गांव के पैरा में एक लाश मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. पुलिस ने मृतक की शिनाख्त के लिए आसपास के इलाकों में गुम हुए लोगों की लिस्ट तैयार की. इसी दौरान पुलिस को 26 तारीख को रुद्रनारायण देशमुख के लापता होने संबंधी मामला दर्ज होने की सूचना मिली.
रुद्रकुमार के रूप में हुई शिनाख्त
पुलिस ने रुद्रनारायण के परिजनों से संपर्क किया और उनसे शिनाख्त करवाई, जिसमें परिजनों ने मृतक की शिनाख्त रुद्रकुमार के रूप में की. परिजनों से पूछताछ में पता चला कि रुद्रकुमार अपने दूर के जीजा पंचुराम देशमुख के साथ मेला देखने निकला था और उसके बाद से ही लापता था. परिजनों ने बताया कि रुद्रकुमार के गायब होने के बाद से ही पंचुराम से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है.
आरोपी ने कबूल किया जुर्म
शक के आधार पर पुलिस ने पंचुराम की तलाश शुरू की. इस दौरान पुलिस को उसके धमतरी के नगरी के पास बोराई गांव में होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की. सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.