धमतरीःपूरा देश कोरोना महामारी से कैसे जूझ रहा था इसका उदाहरण पिछले 2 सालों में देखा जा सकता है.कईयों ने इस वैश्विक बीमारी (global disease) से अपनों को खोया है, यही कारण है कि सरकार ने लॉकडाउन को अपनाया था. जिसमें सभी प्रकार की गतिविधियों को बंद रखा गया था.
स्थिति में थोड़ा सुधार को देखते हुए सरकार ने थोड़ी सी छूट इसलिए दी है की देश की अर्थव्यवस्था (Economy) सुधरे और गरीब परिवारों को होने वाली परेशानी से निजात मिल सके. लेकिन इस थोड़ी सी छूट मिलने के बाद लापरवाही अगर फिर से दोहराई जाएगी, तो इसके परिणाम से सभी वाकिफ हैं. कुछ लोग इसका फायदा उठाकर लोगों को फिर से खतरे में डाल रहे हैं. धमतरी जिले के गंगरेल बांध में धड़ल्ले से चल रही वाटर स्पोर्ट और बोटिंग को देखकर कहा जा सकता है कि प्रशासनिक आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है.
नहीं हो रहा नियम का पालन
धमतरी के जिला प्रशासन ने लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे करके सभी गतिविधियां फिर से पटरी पर लौटे इसके लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं.लेकिन इसमें स्विमिंग पूल, पर्यटन स्थल, और भीड़भाड़ वाले इलाकों में चलने वाली गतिविधियों को शामिल नहीं किया गया है, और इसे खोलने के निर्देश नहीं दिए गए हैं, लेकिन गंगरेल बांध में लॉकडाउन के बाद मिली छूट में बिना परमिशन और कलेक्टर के आदेश को दरकिनार करते हुए वहां के संचालक बकायदा बोटिंग और वाटर स्पोर्ट का आनंद पर्यटकों को दे रहे हैं. इससे वहां के ग्रामीण काफी दहशत और गुस्सा में हैं
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