धमतरी: छत्तीसगढ़ सरकार एक ओर पुलिसकर्मियों और सुरक्षा बलों को नई-नई तकनीक देने की बात कर रही है, जिससे जनता की सुरक्षा की जा सके, लेकिन दूसरी ओर जिले के करेली बड़ी चौकी की तस्वीरों को देखकर सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं, जहां लोगों की परेशानी दूर करने वाली पुलिस खुद ही परेशान है.
जर्जर भवन में चल रही चौकी दरअसल, जिले की करेली बड़ी चौकी इन दिनों जर्जर भवन में बदहाली के दौर से गुजर रही है. इस चौकी की हालत इतनी दयनीय है कि बारिश के दिनों में चौकी के छप्पर को तिरपाल से ढंकना पड़ता है. बारिश होते ही चौकी में पानी घुस जाता है. इतना ही नहीं चौकी के पास एक जर्जर पानी की टंकी भी मौजूद है, जो कभी भी गिर सकती है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है.
पढ़ें: अम्बिकापुर : जर्जर भवन में खतरे के बीच पढ़ रहे हैं नौनिहाल, सुविधाओं का है बुरा हाल
जर्जर भवन में पुलिस चौकी
इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि, 'बड़ी करेली में जो पुलिस चौकी का भवन है. वहां पहले स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हुआ करता था, लेकिन जर्जर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस भवन को छोड़ दिया, जिसके बाद खाली पड़े भवन में पुलिस विभाग ने पुलिस चौकी खोल दी. तब से यहां पुलिसकर्मी अपनी जान को जोखिम में डालकर अपना फर्ज अदा कर रहे हैं.
सरकार के पास भेजा गया प्रस्ताव
बहरहाल पुलिस प्रशासन का कहना है कि, 'नए भवन के लिए शासन के पास प्रस्ताव भेजा गया है और शासन से जैसे ही मंजूरी मिलती है, वैसे ही पुलिस चौकी के लिए नए भवन का निर्माण कराया जाएगा.