धमतरी: दशरथ मांझी की कहानी तो आपने सुना ही होगी. जब सत्ता, सरकार और समाज ने मांझी को दुत्कार दिया तो उसने अकेले ही पहाड़ काटकर रास्ता बना लिया था. एक कहावत ये भी है कि कुछ लोग प्रतिकूल परिस्थितियों से टूट जाते हैं, तो कुछ ऐसी ही परिस्थिति में रिकार्ड भी तोड़ते हैं. इसी कहावत को धमतरी जिले के भोथापारा ग्राम पंचायत के लोगों ने सच कर दिखाया है.
ग्रामीणों को जब सरकार सियासत से कोई मदद नहीं मिली तो, उन्होंने खुद अपना रास्ता तय किया और आज उनकी जिद ने गांव का नक्शा ही बदल डाला. ग्रामीणों ने 25 फीट ऊंचे और 250 फीट लम्बे पहाड़ को काटकर गांव के लिए नई सड़क बनाई है.
दरअसल, वनांचल क्षेत्र के ग्राम पंचायत भोथापारा, मॉडमसिल्ली, नाथूकोन्हा और सायफनपारा सहित आसपास के लोगों को दूसरी जगह जाने के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ता था. इसी बीच ग्रामीणों के साथ हादसे भी होते रहते थे. गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो, अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता था. इन परिस्थिति को देखते हुए 200 ग्रामीणों ने घने जंगल में दिन रात मेहनत कर 2 साल में पहाड़ काटकर अपने लिए रास्ता बना लिया, हालांकि बाद में प्रशासन ने भी ग्रामीणों की मदद की.