दंतेवाड़ा:जिले के मासापारा इलाके में साल 2015 में नक्सलियों ने स्कूल को बारूद से बर्बाद कर दिया था. इस स्कूल को तोड़ कर वहां से विद्यालय का नामोनिशान मिटा दिया था. सोमवार को उसी मासापारा के स्कूल में पढ़ाई शुरू हुई है. कोरोना काल के बाद खुले स्कूलों की लिस्ट में यह स्कूल भी शामिल है. जहां बच्चे पढ़ने आए. आपको बता दें कि इस स्कूल को नक्सलियों ने ध्वस्त किया था. उसके बाद इस स्कूल का निर्माण भी सरेंडर नक्सलियों ने किया है. लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने इस स्कूल की को फिर से बनाया. स्कूल निर्माण के इस कार्य में प्रशासन ने भी उनका सहयोग किया.
दंतेवाड़ा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र भांसी में शिक्षा की अलख की यह तस्वीर लाल आतंक पर तमाचे की तरह है. जिस स्कूल को नक्सलियों ने तोड़ कर यहां दहशत फैलाने की कोशिश की थी. उसी स्कूल में शिक्षा का प्रसार हो रहा है. यह नक्सलियों के लिए एक प्रहार की तरह है कि शिक्षा का प्रचार प्रसार नक्सलगढ़ में घटेगा नहीं.
बल्कि वह लगातार बढ़ता रहेगा. इस बात की गवाही मासापारा का यह स्कूल दे रहा है. स्कूल की शुरुआत के मौके पर कलेक्टर दीपक सोनी मासापारा पहुंचे. बच्चों को तिलक लगाकार उनका स्वागत किया गया. इसके साथ ही स्कूल में पढ़ाई की व्यवस्था शुरू हुई. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का लगातार पालन किया गया.