बिलासपुर: प्रदेश की 11 सीटों में से 9 सीटों पर भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की है. इसमें से एक हाईप्रोफाइल बिलासपुर सीट भी है. बिलासपुर सीट के लिए जब भाजपा के प्रत्याशी के रूप में अरुण साव का चेहरा सामने आया तो अच्छे से अच्छे राजनीतिक पंडित भी इस अपरिचित चेहरे का नाम सुन चौंक गए थे, लेकिन जब भाजपा और नरेंद्र मोदी के नाम की सुनामी चली तो अरुण साव ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के अटल श्रीवास्तव को 1 लाख से अधिक मतों से हराकर सभी को एक बार फिर चौंका दिया.
'मोदी मैजिक' ने खिलाया 'कमल' राष्ट्रवाद का चला जादू
जानकार बताते हैं कि राष्ट्रवाद और मोदी के पक्ष में बने लहर ने बिलासपुर सीट पर खासा प्रभाव डाला है. यही कारण है कि बिलासपुर सीट के आठ विधानसभा क्षेत्रों में से सात सीट पर लगातार भाजपा की बढ़त रही और बाद में जीत में बदली. एकमात्र मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो वहां भाजपा और कांग्रेस के कुल मत में ज्यादा फर्क नजर नहीं आया और बीच-बीच में कांग्रेस के हक में भी माहौल बना हुआ दिखा, लेकिन ओवर ऑल बिलासपुर सीट के आठों विधानसभा क्षेत्रों में अंतिम गणना के बाद भाजपा ने शानदार बढ़त बनाई और भारी मतों से जीत दर्ज की.
'मोदी मैजिक' ने खिलाया 'कमल'
जानकारों की मानें तो इस लोकसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दों ने ज्यादा जोर नहीं पकड़ा बल्कि राष्ट्रवाद और मोदी मैजिक ने एक बार फिर कमल खिलाया है. यही वजह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाली कांग्रेस पार्टी को अब यह समझ नहीं आ रहा है कि उनका अपना जनाधार आखिर गया.
विधानसभावार मिले मत
भाजपा के अरुण साव ने 52.47 फीसदी वोट के साथ कुल 6 लाख 34 हजार 559 वोट पाए.
कांग्रेस के अटल श्रीवास्तव को 40.75 फीसदी वोट के साथ कुल 4 लाख 92 हजार 796 मत मिला
अरुण साव ने 1 लाख 41 हजार 763 वोटों से जीत हासिल की.
- बीजेपी को बिलासपुर विधानसभा में 88 हजार 207 और कांग्रेस को 47 हजार 723 वोट मिले.
- बीजेपी को लोरमी विधानसभा में 71 हजार 81 और कांग्रेस को 50 हजार 75 वोट मिले.
- बीजेपी को मुंगेली विधानसभा में 85 हजार 565 और कांग्रेस को 55 हजार 907 वोट मिले.
- बीजेपी को कोटा विधानसभा में 66 हजार 111 और कांग्रेस को 63 हजार 621 वोट मिले.
- बीजेपी को तखतपुर विधानसभा में 82 हजार 565 और कांग्रेस को 60 हजार 564 वोट मिले.
- बीजेपी को बिल्हा विधानसभा में 80 हजार 188 और कांग्रेस को 90 हजार 521 वोट मिले.
- बीजेपी को बेलतरा विधानसभा में 77 हजार 500 और कांग्रेस 56 हजार 306 वोट मिले.
- बीजेपी को मस्तूरी विधानसभा में 71 हजार 717 और कांग्रेस को 77 हजार 801 वोट मिले.
जानिए अरुण साव को
बिलासपुर के नवोदित सांसद अरुण साव का जन्म 25 नवंबर 1968 को मुंगेली जिला के लोहारिया गांव में हुआ था. अरुण साव ओबीसी वर्ग से आते हैं और उन्होंने बी कॉम, एलएलबी की पढ़ाई की है. अरुण साव ने 1996 से 2005 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा में मंडल अध्यक्ष, जिला महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों का दायित्व संभाला है. अरुण साव ने 1996 से 2000 तक मुंगेली सिविल कोर्ट में वकालत की और वर्ष 2001 से वो बिलासपुर हाईकोर्ट में बतौर अधिवक्ता वकालत शुरू की. 2004 में वो पैनल लॉयर, 2005 से 2007 के बीच उप शासकीय अधिवक्ता और फिर 2013 से 2018 तक लगातार वो उपमहाधिवक्ता बने रहे.