बिलासपुर: संभाग सहित आसपास के जिलों में कोविड के बाद अब ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. संभागीय मुख्यालय होने के कारण इससे प्रभावित मरीजों को इलाज के लिए बिलासपुर के सिम्स और अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया है. हालांकि इन बढ़ते मामलों के बीच अब भी इसके गंभीर मरीजों के उपचार के लिए यहां संसाधन की कमी है. जिसके कारण ऐसे मरीजों को रायपुर रेफर करना पड़ रहा है.
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रायपुर रेफर किए गए मरीज
बीते एक सप्ताह में बिलासपुर में ब्लैक फंगस के मरीजों का लोड बढ़ा है. बिलासपुर सहित संभाग के अलग अलग जिलों कोरबा, जांजगीर, गौरेला पेंड्रा मरवाही से ब्लैक फंगस के मरीज सामने आए हैं. जिन्हें उपचार के लिए बिलासपुर के सिम्स में भर्ती किया गया है. एकसाथ आधा दर्जन से अधिक मरीजों के भर्ती होने से मरीजों के उपचार के लिए संसाधनों की चुनौती बढ़ गई है. संसाधनों की कमी के कारण गंभीर मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है. ऐसे में गंभीर मरीजों को रायपुर रेफर करना पड़ रहा है.
डॉक्टरों के 7 सदस्यीय टीम का गठन
प्राथमिक लक्षण वाले मरीजों के उपचार के लिए सिम्स में डॉक्टरों के 7 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. जो उनका उपचार कर रहे हैं. लेकिन बढ़ते मामलों के साथ आने वाले दिनों में संसाधनों की कमी स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनौती भी साबित हो सकती है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग जल्द संसाधनों की आपूर्ति और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की बात कह रहा है. फिलहाल सिम्स में ब्लैक फंगस के 10 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है. जिसमें बीते दिनों 2 गंभीर मरीजों को रायपुर रेफर करने के बाद 8 मरीजों का उपचार जारी है.