बिलासपुर: जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर मस्तूरी के कुली गांव ने शत प्रतिशत वैक्सीनेशन (100 percent vaccination in Masturi) कर मिसाल कायम की है. गांव के सभी पात्र लोगों ने कोरोना का टीका (corona vaccine) लगवा लिया है. एक ओर जहां कई गांव में वैक्सीनेशन को लेकर अफवाहों के चलते ग्रामीण वैक्सीन लगाने से परहेज कर रहे हैं, वहीं इस गांव ने महज 20 दिनों में शत प्रतिशत टीकाकरण कराकर ऐसे गांवों के सामने उदाहरण पेश किया है.
बिलासपुर के मस्तूरी विकासखंड के कुली गांव में सभी ग्रामीणों ने कोविड-19 टीके का पहला डोज लगवा लिया है. ये जिले का पहला ऐसा गांव है, जहां 18 से 44 साल और 45 साल से ज्यादा के सभी लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है.
मस्तूरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि कुली गांव की आबादी 1 हजार 872 है. जिसमें 18 साल से ज्यादा उम्र के 1 हजार 148 महिला और पुरुष हैं. कोविड वैक्सीनेशन (covid vaccination) के लिए पात्र सभी 904 व्यक्तियों ने वेक्सीन लगवा ली है. बचे हुए हितग्राही जो गांव से बाहर हैं या गंभीर बीमारी से पीड़ित और गर्भवती महिलाएं हैं, उन्हें टीका नहीं लगाया जा सकता है. वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके 137 ग्रामीणों ने आपना दूसरा डोज भी लगवा लिया है.
घर-घर चलाया जागरूकता अभियान
वैक्सीनेशन को लेकर पहले गांव में अफवाहों के कारण लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे थे. यही वजह है कि, जब ग्राम पंचायत के सरपंच ने मीटिंग बुला कर लोगों को वैक्सीन लगाने का प्रस्ताव रखा, तब गांव के लोगों ने टीका लगवाने से मना कर दिया. तभी सरपंच, पंच, सचिव, रोजगार सहायक, मितानिन ने ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूकता अभियान की शुरुआत की. सभी के घरों तक जाकर लोगों को टीका लगवाने के फायदे के बारे में बताया. कोरोना से बचने के उपाय भी बताए. नतीजतन महज 20 दिनों के भीतर पूरे गांव ने 100 प्रतिशत वैक्सीन का टारगेट पूरा कर लिया. वैक्सीन लगने के बाद अब पूरा गांव खुश है. यहां के ग्रामीण और लोगों से भी वैक्सीन लगवाने का अपील कर रहे हैं.