बीजापुर: बीजापुर के सरकारी स्कूलों और आश्रमों में स्कूल प्रबंधन और बीजापुर शिक्षा विभाग की लापरवाही छात्रों की जान पर भारी पड़ सकती है. यहां के उसूर ब्लॉक के बासागुड़ा गांव में स्थित आश्रम के बच्चे नदी में नहाने और नित्य कर्म करने को मजबूर है. क्योंकि यहां के स्कूलों में पानी की व्यवस्था नहीं है. इसलिए छात्र तालपेरू नदी में नहाने के लिए पहुंच रहे हैं. लोगों द्धारा बताया जा रहा है कि यहां संचालित बालक आश्रम बासागुड़ा और माध्यमिक शाला बासागुड़ा के अलावा तर्रेम, पुसबाका, सारकेगुड़ा आश्रम से छात्र इस नदी में आते हैं. फिर नदी में नहाते हैं. इस दौरान कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
बीजापुर के स्कूलों और आश्रमों में बोर बंद: बासागुड़ा और बीजापुर के कई आश्रम और स्कूलों में बीते एक हफ्ते से बोर बंद है. जिसकी वजह से स्कूल और आश्रमों में पानी की कमी हो गई है. नदी में बच्चे लगातार स्नान करने आ रहे हैं. इस दौरान कभी बच्चे नदी की गहराई में उतर सकते हैं. जिससे उनके डूबने का खतरा बढ़ सकता है. अगर ऐसे में कोई हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा. कई बार क्रेडा की टीम को शिकायत की गई है. लेकिन वह सिर्फ खानापूर्ति कर जा चुकी है. अब तक आश्रमों के बोर में आई तकनीकी खामी को दूर नहीं किया जा चुका है.