सुमो के पिछले बजट के भाषण की वो लाइनें, जिसने उठाए हैं ये सवाल
'सोच को बदलो सितारे बदल जाएंगे, नजर को बदलो नजारे बदल जाएंगे. कश्तियां बदलने की जरूरत नहीं, दिशाओं को बदलो किनारे खुद ब खुद बदल जाएंगे' ये पंक्तियां याद हैं आपको? इन्ही पंक्तियों के साथ बिहार के वित्तमंत्री सुशील मोदी ने 2019-20 के अपने बजट भाषण की शुरुआत की थी. पिछले 15 सालों में बिहार की सोच और नजर कितनी बदली जानने के लिए देखें वीडियो: