भोजपुरी के शेक्सपियर लोककवि भिखारी ठाकुर आज भी उपेक्षित, घर को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग अब तक अधूरी
भोजपुरी के शब्दों को बेहद खूबसूरती के साथ गानें में पिरोया गया है..भोजपुरी लोक संगीत की आत्मा ऐसे गीतों में ही बसती है. और इसे पिरोया है भोजपुरी के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर ने. भिखारी ठाकुर का जन्म 18 दिसंबर को बिहार के सारण जिले के कुतुबपुर दियारा गांव में हुआ. लोककवि ने अपनी रचनाओं के जरिए भोजपुरी को पूरे विश्व में एक पहचान दी.