शतरंज का बादशाह निकला 5 साल का अतुल्य, कमिश्नर ने मुरीद होकर सौंप दी कुर्सी
गया: महज पांच साल के अतुल्य प्रकाश शह और मात के खेल को बाखूबी खेलना जानते हैं. यूकेजी में पढ़ने वाले अतुल्य का सपना है कि वो बड़े होकर कमिश्नर बनें. ये सपना जब उन्होंने खुद कमिश्नर साहब को बताया, तो कमिश्नर ने उन्हें अपनी कुर्सी पर बैठा दिया.