पश्चिम चंपारण: कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए सीएम नीतीश कुमार वाल्मीकिनगर पहुंच चुके हैं. सीएम को यहां गार्ड ऑफ ऑनर (Guard Of Honor To Nitish In West Champaran) दिया गया. वर्ष 2021 के अंतिम कैबिनेट बैठक को ले वाल्मीकिनगर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोट सफारी का उद्घाटन किया. पुरानी त्रिवेणी नहर में नौकायन का आनंद उठाया. प्रशासन ने इसको लेकर काफी तैयारियां की थी. बता दें कि मुख्यमंत्री 25 एकड़ में प्रस्तावित कन्वेंशनल सेंटर के स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे. संबंधित अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिया.
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'कन्वेंशनल सेंटर का निर्माण इस तरीके से होना चाहिए कि इस पर्यटन स्थल की खूबसूरती का दीदार यहां ठहरने वाले कमरे के भीतर से ही कर सकें. इस कन्वेंशनल सेंटर का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर होगा. इसको वाल्मीकि सभागार के नाम से जाना जाएगा. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अंतर्गत इंडो-नेपाल सीमा से होकर गुजर रहे नारायणी गण्डक नदी का व्यू सभागार से दिखे, इस बाबत निर्देश दे दिया गया है. इस सभागार में 102 कमरों का गेस्ट हाउस समेत 500 सीट का मीटिंग सेंटर बनना है. इसका निर्माण इसलिए कराया जा रहा है, ताकि पर्यटक यहां के जल, जंगल और पहाड़ का मनोहर दृश्य देख कर आनंदित हो सकें. उनका आकर्षण इस पर्यटन स्थल की तरफ बढ़े.'-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
कैबिनेट मीटिंग के लिए वाल्मीकिनगर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार दोपहर के बाद इस साल का वीटीआर के वन सभागार में अंतिम कैबिनेट बैठक शुरू होना है. तय कार्यक्रम के अनुसार सीएम हेलीकॉप्टर से बगहा पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग से वाल्मीकिनगर पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि, सीएम वन विभाग के सभागार में होने वाली बैठक (CM Nitish cabinet Meeting) में कई बड़े फैसले ले सकते हैं. सीएम नीतीश ने वाल्मीकिनगर में बोट सफारी का शुभारंभ (CM Launches Boat Safari In Valmikinagar) किया है. साथ ही वाल्मीकिनागर स्थित त्रिवेणी पुरानी नहर में सीएम खुद बोटिंग का आनन्द ले रहे हैं.
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बता दें कि इंडो नेपाल सीमा अंतर्गत नारायणी नदी पर बने गण्डक बराज पुल का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था. तभी इस एयरपोर्ट पर हवाई जहाज उतरा था. उसके बाद सिर्फ हेलीकॉप्टर लैंडिंग के लिए ही इस एयरपोर्ट की पहचान रह गई थी. ऐसे में नए साल के पूर्व लोगों ने इस एयरपोर्ट के शुरू होने की उम्मीदें संजो रखी है. इस एयरपोर्ट के शुरू होने से पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा होगा. क्योंकि इस जिला से सटे कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में कुशीनगर हैरिटेज से वाल्मीकिनगर एयरपोर्ट का जुड़ना वाकई एक बड़ा तोहफा होगा.
बता दें कि मुख्यमंत्री अब तक 4 कैबिनेट की बैठक पटना से बाहर कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने पहली बैठक 10 फरवरी, 2009 में की थी. विकास यात्रा के दौरान बेगूसराय के बरबीघी गांव में कैबिनेट की बैठक की गई थी. दूसरी बैठक 29 दिसंबर, 2009 को राजगीर में रत्नागिरी पर्वत के शिखर पर स्थापित विश्व शांति स्तूप के सभागार में बैठक की थी. वहीं, तीसरी बैठक 14 जनवरी, 2010 को गंगा नदी में फ्लोटिंग रेस्तरां पर की गई थी. इसके साथ ही साल 2017 में भी मुख्यमंत्री राजगीर में कैबिनेट की बैठक की गई थी. जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया था.
मुख्यमंत्री पहले भी पटना से बाहर कई कैबिनेट की बैठक कर चुके हैं. राजगीर में दो बार बैठक की है, तो वहीं बेगूसराय के गांव में भी कैबिनेट की बैठक की जा चुकी है. गंगा नदी के फ्लोटिंग रेस्तरां पर भी बैठक की गई है. इस बार भी साल का अंतिम कैबिनेट बैठक है. कैबिनेट बैठक के अगले दिन यानी कि 22 दिसंबर को मुख्यमंत्री समाज सुधार अभियान यात्रा पर भी निकल जाएंगे.
हर बार कैबिनेट की बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए जाते रहे हैं. इस बार भी बड़े फैसले लेने की उम्मीद जताई जा रही है. फिलहाल बगहा को लंबे समय से जिला बनाने की मांग को लेकर चर्चा होती रही है. इस विषय को लेकर भी कैबिनेट में फैसला हो सकता है. हालांकि, ऐसे बाढ़ और कई क्षेत्रों से लोग जिला बनाने की मांग करते रहे हैं. ऐसे में फैसला लेना आसान नहीं होगा. क्योंकि बगहा को जिला बनाने के बाद दूसरे क्षेत्रों से भी मांग तेज हो जाएगी. फिलहाल बिहार में 38 जिला है. मुख्यमंत्री विकास योजनाओं को लेकर भी कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं. खासकर महिलाओं के लिए कोई नई घोषणा की जा सकती है.
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