बेतिया(वाल्मीकिनगर): वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र से बाढ़ के दौरान बहकर रिहायशी क्षेत्रों में 5 हिरण आ गए. हिरणों का रेस्क्यू अभियान कई दिनों तक जारी रहा. जिसके बाद उन्हें सुरक्षित पकड़ लिया गया. बेतिया जिले के साथ ही मोतिहारी, गोपालगंज जिलों से भी हिरणों का रेस्क्यू कर वीटीआर में लगातार वापसी की जा रही है.
बाढ़ में बहकर रिहायशी इलाके में पहुंचे 5 हिरण, वन विभाग की मदद से VTR में छोड़े गए
बेतिया के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र से जानवरों के भटकर रिहायशी इलाके में पहुंचने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में रविवार को भटके हुए 5 हिरण को वन विभाग की ओर से वन क्षेत्र में छोड़ा गया.
5 हिरण को जंगल में छोड़ा गया
बाढ़ के दौरान पानी के प्रवाह में बहकर छपरा पहुंचे हिरण की हौग प्रजाति के 5 हिरण को छपरा से वन विभाग कर्मियों की ओर से रेस्क्यू कर बचा लिया गया. इसके बाद सुरक्षा और विकास को ध्यान में रखते हुए वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जटाशंकर वन क्षेत्र में उनका मेडिकल जांच कराया गया. जांच के उपरांत उन्हें छोड़ दिया गया.
हौग प्रजाति के हैं हिरण
वहीं, इस बाबत जानकारी देते हुए वाल्मीकि नगर रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि यह हौग डियर प्रजाति के हिरण हैं. जो दियारा क्षेत्र से बाढ़ के पानी में बहकर छपरा पहुंच गए थे. उन्होंने बताया कि इन्हें रेस्क्यू के उपरांत सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया है.