सीतामढ़ी:कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉक डाउन लगाया है. सरकार गरीबों और असहाय लोगों की मदद के लिए लगातार घोषणाएं कर रही है. वहीं दूसरी तरफ सरकार द्वारा गरीबों और असहाय लोगों को अब तक दी गई राहत कम पड़ रही है. वहीं कोरोना वायरस को लेकर डेयरी संचालकों पर आर्थिक संकट गहराया है. लॉक डाउन कि वजह से इनका काम पूरा चौपट हो गया है.
सीतामढ़ी: भूखमरी के कगार पर डेयरी संचालक, लॉक डाउन में ना दूध बिक रहा, ना ही मिल रहा चारा
लॉकडाउन को लेकर सभी दुकानें बंद है जिसके कारण दाना नही मिल पा रहा हैं. समय पर चारा और दाना नहीं मिलने के कारण गाय भी कम दूध दे रही हैं. अगर ऐसा चलता रहा तो हम गायों को क्या खिलाएंगे.
जानकारी के अनुसार संचालकों के दूध नहीं बिक रहे हैं. लोगों को डर है कि कोरोना वायरस का संक्रमण करें दूध में ना आ जाए. डेयरी संचालक अरुण मिश्रा ने बताया कि अब डेयरी चलाना मुश्किल हो गया है. पशुओं का चारा और दाना मिलना भी मुश्किल हो गया है. लॉकडाउन को लेकर सभी दुकानें बंद है जिसके कारण दाना नही मिल पा रहा हैं. समय पर चारा और दाना नहीं मिलने के कारण गाय भी कम दूध दे रही हैं. अगर ऐसा चलता रहा तो हम गायों को क्या खिलाएंगे.
सरकार से सहायता की मांग
डेयरी संचालक अरुण मिश्रा जिले के सभी डेयरी संचालकों के लिए कोरोना वायरस की विपदा में सरकार से सहायता की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार डेयरी संचालकों की सहायता नहीं करेगी तो जिले के सभी डेयरी बंद हो जाएगी. संकट की इस घड़ी में सभी डेयरी संचालकों की निगाहें सरकार पर टिकी हैं.