सारण: जिला प्रशासन ने राज्य सरकार के दिशा-निर्देश पर जल संचयन को लेकर काम शुरू कर दिया है. जिले के गांव और शहर में जो भी नए सरकारी और गैर-सरकारी भवन बनेंगे उन पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना जरूरी हो गया है. इसके तहत अगर कोई इसका पालन नहीं करता है तो नगर निगम की ओर से भवन निर्माण कार्य को रोक दिया जाएगा.
सरकारी और निजी भवनों में लगेंगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सभी भवनों के उपर लगेगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट
जिला मुख्यालय के निजी और सरकारी इमारतों में जल संरक्षण के लिए हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का काम शुरू हो गया है. इसके तहत बारिश के पानी का संग्रहन किया जाएगा. इसके लिए सोकपिट का भी निर्माण हो रहा है. जिसके माध्यम से जल जमीन में अंदर संग्रहित हो सकेगा. छपरा नगर निगम बिल्डिंग पर भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाने का काम शुरू कर दिया गया है.
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन जल संरक्षण के साथ पर्यावरण को लेकर भी सजगता
जिले में जल संरक्षण के साथ ही पर्यावरण को समृद्ध बनाने के लिए भी कई काम शुरू किए गए हैं. इसके लिए छपरा नगर निगम को राज्य के नगर आवास विभाग से कई निर्देश मिल चुके हैं. मालूम हो कि बिहार सरकार के 'जल जीवन हरियाली तभी होगी खुशहाली' थीम पर छपरा में जल संकट, पर्यावरण, प्रदूषण जैसी समस्याओं पर कामों का शुभारंभ कर दिया गया है.
ऐसे लगेगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम '2019-20 तक 17 प्रतिशत क्षेत्र होगा हरा भरा'
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि छपरा की कुल 11 प्रतिशत जमीन ही हरियाली युक्त है. ऐसे में 2019-20 के वित्तीय वर्ष तक जिले के 17 प्रतिशत क्षेत्र को हरा भरा कर दिया जाएगा. जिसकी तैयारी अंतिम चरण में चल रही है. इस अभियान में नगर पंचायत, नगर निगम और वन विभाग के अधिकारियों का सहयोग मिल रहा है.
रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम इन्सटॉलेशन का शुरू है काम जल संरक्षण और पर्यावरण के लिए निकाली गई रैली
जिला प्रशासन के दिशा निर्देश पर जल संरक्षण और हरियाली में वृद्धि को लेकर नगर निगम की ओर से जागरूकता रैली निकाली गयी थी. रैली में बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने हिस्सा लिया था. ऐसे में जनजागरूकता अभियान के माध्यम से आम लोगों को पानी बचाने का संदेश दिया जा रहा है.