समस्तीपुर: जिले के लिए जाम अब आम बात बन गया है. वहीं मुख्य बाजार में दुकानें संचालित करने वालों की दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है. खास बात यह है कि जाम की समस्या से निपटने के लिए तमाम बैठकों के बावजूद इस समस्या का स्थाई हल आज तक नहीं हुआ है.
शहर की बात करें तो भोला टॉकीज चौक, बस स्टैंड क्रॉसिंग, ओवरब्रिज चौक, चीनी मिल चौक, मथुरापुर, मगरदही घाट सहित ऐसी कई जगह है, जहां दिनभर जाम में गाड़ियां रेंगते रहती हैं. आश्चर्य इस बात का , जाम से लोग हलकान है. वंही प्रशासनिक व्यवस्था के नाम पर इक्के दुक्के पुलिस और होमगार्ड के जवान यैसे जगहों पर अपनी ड्यूटी निभा रहे. वहीं जाम से निजात दिलाने को लेकर पस्त प्रशासन ने भी अब परेशान लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया है.
वैसे इन बेतरतीब यातयात व्यवस्था के पीछे की मुख्य वजहों पर गौर करे तो इसके पीछे सिस्टम पूरी तरह जिम्मेदार है. इसमें आमआवाम भी कम दोषी नहीं है.
इस महाजाम का मुख्य वजह
- अतिक्रमण से लगातार सिकुड़ती सड़क.
- ट्रैफिक व्यवस्था में जुटे अनट्रेंड इक्के दुक्के पुलिस की मुस्तैदी.
- सड़को पर अवैध गाड़ियों की पार्किंग.
- यातयात नियमों को लेकर लोगों में गंभीरता की कमी.
वहीं यातयात व्यवस्था से जुड़े विभाग के वरीय अधिकारी जाम को पूरे बिहार का समस्या बता अपना पल्ला झाड़ रहे. साथ ही उनका मानना है की इस जाम के पीछे का मुख्य वजह लोगों की ही लापरवाही है. बहरहाल जब सिस्टम ही वेसुध तो व्यवस्था सुधारने का अपील कहां किया जाए. लोग जाम से हलकान है. वहीं पुलिस और संबंधित विभाग के पास इस समस्या का कोई कारगर समाधान नहीं है.