समस्तीपुर: जिले में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है. इससे बाढ़ में विस्थापित लोगों को एक उम्मीद जगी है कि जल्द ही घर लौट जाएंगे. वहीं, बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि सरकार का इंतजाम फेल है.
समस्तीपुर: बूढ़ी गंडक में घटा जलस्तर, लोगों ने ली राहत की सांस, घर लौटने की जगी आस
बूढ़ी गंडक नदी में जलस्तर घटने से लोगों घर लौटने की उम्मीद तो जगी है. लेकिन इनका आशियाना ही खत्म हो चुका है. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि इस बाढ़ में उनका वहां कुछ भी नहीं बचा है.
प्रदेश में शुरुआती बारिश से ही कई जिला बाढ़ से प्रभावित हो गया. इससे लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. जिले के कई इलाके बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हैं. बाढ़ के पानी में कई घर समा चुके हैं. यहां के लोग कई सप्ताह से घरों से बाहर ही रह रहे हैं. लोग तटबंधों पर जीवन जीने को मजबूर हैं.
'सब कुछ खत्म हो गया'
बूढ़ी गंडक नदी में जलस्तर घटने से लोगों में घर लौटने की उम्मीद तो जगी है. लेकिन इनका आशियाना ही खत्म हो चुका है. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि इस बाढ़ में कुछ भी नहीं बचा है. वहां फिर से जिदंगी की शुरुआत करना बहुत मुश्किल है. सरकार की मदद सिर्फ खानापूर्ति के लिए ही हैं.