रोहतास: जल संसाधन विभाग ने जिले में नहर के फॉल साइड से अचानक मजदूरों को हटा दिया. जिसके बाद मजदूरों ने फॉल कार्यालय में ताला बंद कर दिया और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया.
काम से हटाए जाने से मजदूर हुए नाराज, जल संसाधन विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन
कनीय अभियंता ने बताया कि कार्यपालक अभियंता के आदेश पर मौसमी मजदूरों को हटाया गया है. उन्हें हटाने की सूचना फोन पर दी गई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल यहां अभी मजदूरों की जरूरत नहीं है, जिसकी सूचना पहले ही दे दी गई थी.
मौखिक आदेश से मजदूरों को हटाया गया
दरअसल नहर के फॉल पर गेट उठाने और संचालन के कार्य करने वाले मजदूर को बिना किसी लिखित आदेश के जल संसाधन विभाग ने अचानक हटा दिया. मजदूरों ने बताया कि मौखिक आदेश से कनीय अभियंता ने 40 मौसमी मजदूरों को काम से हटा दिया. मौसमी कर्मचारी किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने का काम करते हैं. लेकिन उन्हें पूरे साल काम नहीं करने दिया जाता है और उनकी मजदूरी के पैसे भी काट लिए जाते हैं. वहीं, अधिकारियों की ओर से उन्हें किसी भी प्रकार का विरोध प्रदर्शन नहीं करने की भी धमकी दी जाती है.
अधिकारियों के आदेश पर मजदूरों को हटाया गया
इस मामले में कनीय अभियंता अनिल पासवान ने बताया कि कार्यपालक अभियंता के आदेश पर मौसमी मजदूरों को हटाया गया है. उन्हें हटाने की सूचना फोन पर दी गई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल यहां अभी मजदूरों की जरूरत नहीं है, जिसकी सूचना पहले ही दे दी गई थी.