रोहतास:केंद्र सरकार द्वारा खाने-पीने की चीजों को जीएटी के दायरे में लाने के बाद से विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर हो गयी है. इसको लेकर विपक्ष की ओर से लगातार सवाल उठाया जा रहा है. राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह (Kanti Singh Attack on Central Government) ने खाने पीने की चीजों को जीएसटी के दायरे में लाने को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को गरीबों से कोई मतलब नहीं है. राजद नेता जिले के डेहरी में राजद नेता श्याम राज सिंह के निधन के बाद उनके परिजनों से मिलने उनके घर पहुंची थी.
ये भी पढे़ं-महंगाई में आटा गीला: GST की नई दरों से पटनावासी परेशान, बोले- 'कैसे जिएगा आम आदमी'
जीएसटी पर कांति सिंह की प्रतिक्रिया:पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जीएसटी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूंजी-पतियों की सरकार है. इन्हें गरीबों से कोई वास्ता ही नहीं है. जिस तरह से रोजमर्रा की चीजों को जीएसटी के दायरे में लाया गया है. इससे गरीब तबके के लोगों पर बोझ बढा है. इस सरकार में यह विडंबना है कि तेल, चावल, दाल, घी, पनीर, मखन्न जैसी चीजों को भी जीएसटी के दायरे में लाकर सरकार ने गरीबों पर जुल्म किया है.