पूर्णिया: देश भर में आज राष्ट्रीय पुलिस स्मरण दिवस मनाया जा रहा है. जहां देश की सेवा करने के दौरान शहीद हुए 10 CRPF जवानों की शहादत को आज के दिन याद किया जाता है. ऐसे में पूर्णिया पुलिस लाइन में जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों ने उन सभी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जो अपराधियों से मुठभेड़ करते हुए शहीद हुए थे. वहीं, इस दौरान पूर्णिया जिले के निम्न पुलिस पदाधिकारी/कर्मी के परिजनों को पुलिस केंद्र में सम्मानित किया गया.
इसे भी पढ़े- Chhapra में शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, सारण DIG ने कहा- उनके बलिदान को हम नहीं भूलेंगे
अपराधियों से लोहा लेने में पीछे नहीं हटते:वहीं, जानकीनगर थाना निवासी शहीद अश्विनी कुमार और किशनगंज जिला के थाना अध्यक्ष वर्ष 2021 में कर्तव्य के दौरान पश्चिम बंगाल में अपराधियों को पकड़ने के दौरान हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. वहीं, शहीद सिपाही उमेश सोरेन जमशेदपुर रेल जीआरपी में वर्ष 2002 में कर्तव्य के दौरान शहीद हुए थे. उनकी प्रतिबद्धता, साहस और बलिदान के लिए हम सदैव याद रहेंगे. उनकी प्रतिबद्धता, साहस और बलिदान के लिए हम सदैव याद रहेगी.
''पुलिस की वर्दी पहनने के बाद पुलिस कर्मी एवं पदाधिकारी अपना काम बेहद ईमानदारी से करते हैं. वे अपने देश के लिए कभी भी स्थिति में अपराधियों से लोहा लेने में पीछे नहीं हटते. जवान हर वक्त देश और देशवासियों के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार रहते हैं.''- पुलिस पदाधिकारी
चीनी सैनिकों से लड़ते हुए 10 CRPF हुए थे शहीद: इधर, शहीदों को याद करते हुए सभी ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर अपनी तरफ से श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर स्मृति परेड का भी आयोजन किया गया. बताते चलें कि 21 अक्टूबर, 1959 को 10 पुलिस कर्मियों ने लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में भारी हथियारों से लैस चीनी सैनिकों से लड़ते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी थी. उसके बाद 1961 में पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया कि प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मरण दिवस पूरे देश में मनाया जाएगा. तभी से यह परंपरा चली आ रही है.