पुर्णिया: जनता की सुरक्षा का बीड़ा अपने कंधे पर उठाने वाली 'खाकी' आज खुद एसपी दफ्तर पहुंची. आंखों में मौत का खौफ लिए और सिस्टम की बेरुखी देख जिले के बड़हरा थाने के एएसआई और उनकी पत्नी आंखों में आंसू लिए स्थानांतरण की गुहार लगाने एसपी दफ्तर पहुंचे. बिहार के नए डीजीपी भले ही क्राइम पर कड़े रूख दिखाकर अपराधियों को सुधर जाने की नसीहत दे लें. लेकिन बदमाशों के चहरे पर इसका कोई डर नहीं दिख रहा है.
दरअसल बिहार की पुलिसिंग पर सवाल खड़े करने वाला यह मामला जिले के बड़हरा थाने में कार्यरत एक एएसआई से जुड़ा है. सहायक अवर निरीक्षक का नाम कौशल कुमार सिंह है. इस बाबत बड़हरा एएसआई कौशल कुमार सिंह ने बताया कि बीते 17 फरवरी को रात करीब साढ़े आठ बजे गस्ती के दौरान उन्हें नरेश मंडल नामक युवक का गोड़ियारी इलाके से फोन आया था. इस फोन कॉल पर नरेश ने किसी युवक द्वारा शराब पीकर उत्पात मचाने की सूचना दी थी.
पुलिस वाले से की धक्कामुक्की व मारपीट
मामले के सत्यापन के लिए वह घटना स्थल पर पहुंचे तो फोन करने वाला व्यक्ति कथित आरोपी नरेश मंडल ने कमरे के भीतर एक युवक को बंद कर रखा था. नशे के सत्यापन के लिए एएसआई ने जब कमरे के भीतर कैद कर रखे गए 26 वर्षीय युवक का सत्यापन किया तो नशे की पुष्टि न होने पर उसे गिरफ्तार करने से इनकार कर दिया. नरेश व उनका परिवार इसे लेकर एएसआई कौशल कुमार और दो अन्य पुलिसकर्मियों की वीडियो बनाने लगा. जब उन्होंने इसकी शिकायत की तो कथित अभियुक्त नरेश व उनके परिवार ने मिलकर उनके साथ धक्कामुक्की व मारपीट शुरू कर दी.
किसी तरह जान बचाकर भागे पुलिसकर्मी