पटनाःभाजपा के राज्यसभा सदस्यसुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता पर भरोसा नहीं रहा, इसलिए उत्तर प्रदेश में उनके लिए कोई सुरक्षित सीट खोजी जा रही है. भाजपा चाहती है कि वे दोनों जगह चुनाव लड़ लें, ताकि खुद को लेकर उनके भ्रम दूर हो जाए. उन्होंने कहा कि 2014 के संसदीय चुनाव में जदयू को बिहार में मात्र दो सीटों पर जीत मिली थी. इनमें नालंदा सीट पर नीतीश कुमार मात्र 8 हजार वोटों के अंतर से विजयी हुए थे.
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"नीतीश कुमार लोकसभा का चुनाव यूपी के फूलपुर से लड़ें या गृह जिला नालंदा से, उनकी जमानत जब्त होगी. उनका जनाधार खिसक चुका है."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सदस्य
दो-दो सीटों से क्यों लड़ना चाहतेः सुशील मोदी ने कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार कहते हैं कि प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं, दूसरी तरफ समर्थकों से नारे लगवाते हैं कि देश का पीएम नीतीश कुमार जैसा हो. उन्होंने कहा कि जब पीएम बनने की इच्छा नहीं, तो दो दो सीटों से क्यों लड़ना चाहते हैं. मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार पांच साल में न कभी फूलपुर गए, न उस क्षेत्र के लिए कुछ किया.
यूपी विधानसभा में जब्त हो गयी थी जमानतः मोदी ने कहा कि फूलपुर से चुनाव लड़ने से पहले जदयू को उत्तर प्रदेश विधानसभा के पिछले चुनाव में जीरो पर आउट होने की अपनी हैसियत जान लेना चाहिए. पार्टी ने डेढ़ दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सभी जगह उसकी जमानत जब्त हो गयी थी.
फूलपुर सीट चर्चा में क्यों है: फूलपुर की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि वहां कुर्मी जाति की बड़ी आबादी है. पार्टी की ओर से कुछ सीटों पर यूपी में सर्वे भी करवाया गया है. नीतीश कुमार के नजदीकी और नालंदा से आने वाले मंत्री श्रवण कुमार को यूपी का प्रभारी बनाया गया है. जिसके बाद से वह लगातार यूपी में कार्यक्रम कर रहे हैं. 30 जुलाई को जौनपुर में सम्मेलन भी किया गया था. वहां भी नीतीश कुमार को यूपी से चुनाव लड़ाने की मांग हुई थी.