पटनाःरविवार को पटना के गांधी मैदान में हुए जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन को पार्टी का चुनावी शंखनाद माना जा रहा था, लेकिन इसमें भीड़ नहीं जुट पाना विपक्ष को बैठे बिठाये एक मुद्दा दे गया. जिसके बाद से विपक्ष लगातार सीएम नीतीश की लोकप्रियता पर सवाल उठा रहा है. आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि श्री कृष्ण बाबू के जमाने से लेकर आज तक गांधी मैदान में इतनी फ्लॉप और कमजोर सभा किसी मुख्यमंत्री की नहीं हुई थी.
'गांधी मैदान की रैली ने बता दिया कि आप 200 सीट जीतेंगे या हारेंगे'
पटना के गांधी मैदान में हुए जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में भीड़ नहीं जुटने के मुद्दे को विपक्ष खूब भुना रहा है. आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि गांधी मैदान में इतनी फ्लॉप और कमजोर सभा किसी मुख्यमंत्री की नहीं हुई थी.
'कन्हैया की रैली से भी कम भीड़'
विधानसभा चुनाव में एनडीए के 200 से ज्यादा सीटें जीतने के सीएम नीतीश के दावे पर पटलवार करते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि वो 200 से अधिक सीट जीतेंगे या 200 सीट हारेंगे इसका प्रमाण तो गांधी मैदान में जुटी भीड़ ही दे रही थी. उन्होंने कहा कि इतना प्रचार प्रसार के बाद भी सीपीआई नेता कन्हैया कुमार गांधी मैदान में भीड़ नहीं जुटा सका था और सीएम नीतीश की सभा तो उससे भी फ्लॉप रही. तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी हर सभा में एक ही बात दोहराते हैं. गांधी मैदान में उनका भाषण बिल्कुल मुरझाया हुआ था. भाषण में कुछ भी नया नहीं था. हालत ऐसे थे कि उनके भाषण के दौरान लोग उठकर जाने लगे थे.
'छवि बचाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं सीएम'
बिहार में एनआरसी लागू नहीं करने और एनपीआर के 2010 के प्रारूप को लागू करने वाला प्रस्ताव विधानसभा से पास कराने के सवाल पर तिवारी ने कहा कि इसमें नीतीश कुमार ने कौन सा तीर मार लिया. केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद पहले की कह चुके हैं कि एनपीआर के 2010 के प्रारूप में शामिल कॉलम के अलावा जो भी नया कॉलम है, उसका जवाब देना अनिवार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इसे पास कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. अपनी धराशाई हो चुकी छवि को बचाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं, जनता सब समझ रही है.