पटना:बिहार विधान परिषद के लिए नव निर्वाचित 7 सदस्यों को आज विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने गोपनीयता की शपथ (Seven newly elected MLCs took oath of secrecy) दिलाई. आरजेडी के तीन, बीजेपी और जदयू के दो-दो सदस्यों ने शपथ ली. बीजेपी के सदस्य हरी सहनी ने मैथिली में शपथ लिया, तो आरजेडी के एक सदस्य उर्दू में. शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित जदयू, बीजेपी के कई मंत्री और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. आरजेडी के रामचंद्र पूर्वे भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए.
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सात नवनिर्वाचित सदस्यों ने ली शपथ:बिहार विधान परिषद के 7 सदस्यों का निर्वाचन जून में ही हो गया था, लेकिन विधान परिषद के जिन 7 सीटों के लिए चुनाव हुआ था. उसका कार्यकाल 21 जुलाई को समाप्त हुआ है. इसलिए सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को गोपनीयता की शपथ के लिए इंतजार करना पड़ा. विधान परिषद में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले बीजेपी के अनिल शर्मा ने शपथ लिया. उसके बाद जदयू के अफाक अहमद खान, आरजेडी के अशोक पांडे और मुन्नी देवी, फिर जदयू के रविंद्र प्रसाद सिंह उसके बाद आरजेडी के कारी सोहेब और अंत में बीजेपी के हरी सहनी ने शपथ लिया. मो. कारी सोहेब ने उर्दू में और बीजेपी के हरी सहनी ने मैथिली में शपथ लिया. हरी सहनी मखाना की माला और पाग जो मिथिला की पहचान है पहन कर शपथ लेने पहुंचे थे.
विधान परिषद में जदयू सबसे बड़ी पार्टी:बता दें कि बिहार विधान परिषद में 75 सदस्य हैं और सबसे बड़े दल के रूप में जदयू है. वर्तमान में विधान परिषद में जदयू के 25 सदस्य हैं. वहीं, बीजेपी के 23 सदस्य हैं और उसके बाद आरजेडी का स्थान है. आरजेडी के विधान परिषद में 14 सदस्य हैं. बिहार विधान परिषद के चुनाव में इस बार जदयू को नुकसान हुआ है, उसके बावजूद जदयू अभी भी सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है. ऐसे शपथ ग्रहण समारोह में आरजेडी के रामचंद्र पूर्वे को छोड़कर तेजस्वी यादव और वरिष्ठ नेता के नहीं आने की चर्चा भी होती रही.
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