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पटना जू को मिलेगा नया तोहफा, ट्रैकलेस टॉय ट्रेन के साथ 2D थिएटर और रेस्टोरेंट का होगा शुभारंभ

संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक अमित कुमार ने बताया कि वाल्मीकि नगर टाइगर प्रोजेक्ट में बाघों की संख्या की भी जानकारी 29 जुलाई को दी जाएगी. साथ ही टाइगर संरक्षण के लिए किए जा रहे नए उपायों पर भी जानकारी दी जाएगी.

संजय गांधी जैविक उद्यान

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Published : Jul 27, 2019, 6:38 PM IST

पटना: अंतरराष्ट्रीय व्याघ्र दिवस के अवसर पर पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में कार्यक्रम का आयोजन होना है. इसमें उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शिरकत करेंगे. संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक अमित कुमार ने बताया कि 29 जुलाई को होने वाले इस कार्यक्रम में जैविक उद्यान को कई तोहफे मिलने जा रहा है. यहां पर ट्रैकलेस टॉय ट्रेन का भी शुभारंभ उसी दिन होगा. साथ ही नए रेस्टोरेंट्स और उद्यान पर 3D फिल्म दिखाने के थियेटर के साथ-साथ 2D थिएटर का भी शुभारंभ किया जाएगा.

दो नए जानवर के बच्चों का किया जाएगा नामकरण
निदेशक ने बताया कि उसी दिन दो नए जानवर एक जिराफ के बच्चे और एक जेब्रा के बच्चे का नामकरण भी उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के द्वारा किया जाएगा. बता दें कि संजय गांधी जैविक उद्यान में जानवरों के बच्चों का नामकरण भी किया जाता है और विशेष तरीके से उन्हें केज में रखा जाता है. उन्होंने बताया कि वाल्मीकि नगर टाइगर प्रोजेक्ट में बाघों की संख्या की भी जानकारी उसी दिन दी जाएगी. साथ ही टाइगर संरक्षण के लिए किए जा रहे नए उपायों पर भी जानकारी दी जाएगी.

पटना से खास रिपोर्ट

29 जुलाई को होगा शुभारंभ
संजय गांधी जैविक उद्यान बिहार का एकमात्र जैविक उद्यान है, जहां तरह-तरह के जानवरों को रखा गया है. वन एवं पर्यावरण विभाग की ओर से लगातार नई सुविधाओं का विकास जैविक उद्यान में किया जा रहा है. इस बार भी अंतरराष्ट्रीय व्याघ्र दिवस के अवसर पर कई नए तोहफे जैविक उद्यान को मिलेंगे. सबसे बड़ा तोहफा अगर हम कहें तो पहले टॉय ट्रेन चलाया जाता था, जिसके लिए रेल की पटरी होती थी. लेकिन अब ट्रैकलेस ट्रेन की व्यवस्था की जा रही है. अभी उद्यान में उसका ट्रायल चल रहा है और उसका शुभारंभ 29 जुलाई को होगा. साथ ही नए रेस्टोरेंट्स के साथ-साथ 2D थिएटर का भी शुभारंभ उसी दिन किया जाएगा.

ट्रैकलेस टॉय ट्रेन से लोगों को होगी सुविधा
लोगों की सुविधा बढ़ाने के लिए पहले यहां पर इलेक्ट्रिक ऑटो चलाए जा रहे थे. लेकिन अब टॉय ट्रेन को ट्रैकलेस करके चलाया जाएगा. पहले जो टॉय ट्रेन मीटर गेज ट्रेन थी. इसको लेकर पूरे उद्यान में रेल की पटरी बिछाई गई थी और पहले की टॉय ट्रेन की पहुंच सिर्फ उद्यान तक ही था. जानवरों के केज तक पहले के टॉय ट्रेन नहीं जाते थे. लेकिन इस बार ट्रैकलेस ट्रेन हो जाने से सभी केज तक टॉय ट्रेन की पहुंच होगी. जिससे कि दर्शक को उद्यान में मौजूद सभी जानवर तक जाने में सुविधा होगी.

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