पटना:रूपेश सिंह हत्याकांड ने पुलिस प्रशासन और सरकार की परेशानी बढ़ा दी है. विपक्ष लगातार प्रदेश में बिगड़ते कानून व्यवस्था को मुद्दा बना रहा है. चौतरफा घिरी सरकार में शामिल दलों के नेताओं ने दावा किया है कि रूपेश मर्डर मिस्ट्री को जल्द सुलझा लिया जाएगा. एनडीए के नेता कह रहें हैं, 'रूपेश के हत्यारे जल्द सलाखों के पीछे होंगे'.
बिहार में बढ़ रहे अपराध को लेकर विपक्ष हमलावर
बिहार में बढ़ रहे अपराध को लेकर विपक्ष भी हमलावर है. विधि व्यवस्था के मसले पर विपक्षी नेता नीतीश कुमार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे. विपक्ष की तरफ से लगातार हमले किए जा रहे हैं. विपक्ष की इन हमलों का जबाव देने अब एनडीए के नेताओं ने भी कमर कस ली है.
'बिहार में कुछ अपराधिक घटनाएं हुई हैं. लेकिन प्रशासन मुस्तैद है. जो कोई भी अपराधिक घटनाओं में संलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. रूपेश सिंह हत्याकांड का भी जल्द पर्दाफाश होगा'.-उमेश कुशवाहा,प्रदेश अध्यक्ष (जेडीयू)
भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा कि अपराध पर नियंत्रण सरकार की प्राथमिकता है. पुलिस प्रशासन रूपेश सिंह हत्याकांड को लेकर गंभीर है. एसआईटी का गठन किया जा चुका है. जल्द ही अपराधी चिन्हित किए जाएंगे. सभी हत्यारों को गिरफ्तार कर उनपर स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा भी दिलाया जाएगा.
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जाने क्या है रूपेश हत्याकांड मामला
बीते मंगलवार पटना एयर पोर्ट के समीप इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन प्रबंधक रुपेश कुमार सिंह की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद राजधानी में बिगड़ते कानून व्यवस्था को विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बनाया. वहीं, इस मामले का सियासी तूल पकड़ने के बाद सरकार भी एक्शन में आ गई. सीएम नीतीश कुमार ने स्वयं पुलिस महानिदेशक से इंडिगो स्टेशन प्रबंधक की हत्या से संबंधित स्थिति की जानकारी ली. और सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि इस हत्याकांड के अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी हो और स्पीडी ट्रायल कराकर, दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दिलाई जाए.
अभी तक पुलिस के हाथ क्या लगा
रूपेश हत्याकांड में अब तक पुलिस द्वारा कोई ठोस गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. हत्याकांड की जांच कर रहे डीएसपी राजेश प्रभाकर बुधवार को छानबीन के लिए पटना एयरपोर्ट पहुंचे. राजेश प्रभाकर ने कहा, "पुलिस की कई टीम जांच में लगी है. जांच से संबंधी बहुत सी बातें हैं जो अभी साझा नहीं की जा सकती. कुछ क्लू मिला है हमलोग उसपर काम कर रहे हैं."
विपक्ष का सुशासन पर हमला
रूपेश हत्याकांड पर विपक्ष सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा. कुछ दिन तक बीजेपी को लोजपा का साथ छोड़ने का दबाव बना रही जेडीयू पर अब लोजपा ने इस मुद्दे को लेकर घेर लिया है. लोजपा के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने कहा कि जिस तरह से बिहार में आपराधिक वारदात में वृद्धि हो रही है और सरकार हाथ पर हाथ धरकर बैठी हुई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.
वहीं, इस मामले में मुख्य विपक्षी दल राजद के नेता और बिहार विधानसभ सदन में प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर tweet करते लिखा की 'सिद्धांतहीन, विचारहीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में इतनी भी नैतिकता नहीं बची की आगे आकर बढ़ते अपराध पर कुछ स्पष्टीकरण ही व्यक्त कर दें'.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, 'मैं पहले ही कह चुका हूं कि नीतीश कुमार बिहार के चुने गए सीएम नहीं बल्कि एक मनोनीत सीएम हैं. बिहार की जनता ने इन्हें नहीं चुना है. बीजेपी ने इन्हें सीएम पद पर मनोनीत किया है. नीतीश कुमार थक गए हैं. अब जंगलराज का महाराज कौन है. पीएम मोदी बिहार में बिगड़ते कानून व्यवस्था पर कुछ क्योंं नहीं बोलते हैं'.
वहीं, इस मामले पर सीपीआईएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि सरकार अपराध को नियंत्रण करने में असफल दिख रही है. इसका सबसे बड़ा कारण अपराधियों को मिल रहा सत्ता का संरक्षण है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक इच्छाशक्ति काफी कमजोर हो गई है. गृह विभाग उनके पास है, लेकिन उनसे संभल नहीं रहा.
गोली मारने वाले पेशेवर अपराधी
सूत्रों का कहना है कि पुलिस को अब तक जो सुराग लगे हैं उसमें माना जा रहा है कि गोली मारने वाले पेशेवर अपराधी हो सकते हैं. पुलिस रूपेश के मोबाइल फोन को भी खंगाल रही है.
बता दें कि इस घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है, साथ ही एसटीएफ को भी लगाया गया है. इधर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी गुरुवार को रुपेश के पैतृक गांव सारण के समरी जलालपुर गांव पहुंचे और उनके परिजनों से मिलकर सांत्वना दी.