पटना/दिल्ली:आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (RJD supremo Lalu Yadav) सीबीआई कोर्ट से पासपोर्ट रिलीज हो जाने के बाद इलाज कराने दिल्ली से सिंगापुर के लिए रवाना हो गए. वे सिंगापुर में डॉक्टरों से सलाह लेकर किडनी की ट्रांसप्लांट (Lalu Yadav Kidney Transplant In Singapore) कराएंगे. चारा घोटाला केस में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का पासपोर्ट सीबीआई कोर्ट के आदेश के बाद पहले से ही रिलीज किया जा चुका है.
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साथ में राज्यसभा सांसद मीसा भारती:आरजेडी सुप्रीमो के साथ उनकी बड़ी बेटी व राज्यसभा सांसद मीसा भारती भी सिंगापुर गयी हैं. गौरतलब है कि लालू यादव दिल्ली में आयोजित राजद के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए थे. यहां से वे सीधे सिंगापुर के लिए रवाना हुए हैं. अधिवेशन में छोटे बेटे यानी बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और बड़े बेटे तेज प्रताप भी शामिल हुए थे.
राज्यसभा सांसद मीसा भारती राजद सुप्रीमो के साथ सिंगापुर गईं यह भी पढ़ें:दिल्ली में RJD का खुला अधिवेशन: बोले लालू यादव- भाजपा का मतलब है भारत जलाओ पार्टी
जमानत पर बाहर हैं लालू यादव:आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद को चारा घोटाले के पांच अलग-अलग मामलों में सीबीआई की विशेष अदालत ने सजा सुनायी थी. सजा की आधी अवधि पूरी होने, स्वास्थ्य कारणों और उनकी बढ़ती उम्र को देखते हुए हाईकोर्ट ने इन सभी मामलों में जमानत दे दी थी. अभी लालू प्रसाद जमानत पर बाहर हैं.
सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट की है बेहतरीन सुविधाः सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट की बेहतरीन सुविधा है. जितने लोगों की किडनी ट्रांसप्लांट की गई है, उसकी सफलता का औसत काफी अच्छा है. अगर जीवित डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता है तो उसकी सफलता दर 98.11 फीसदी है. जबकि डेथ डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट की सफलता दर 94.88 फीसदी है. वहीं, भारत में किडनी ट्रांसप्लांट का सक्सेस रेसियो देखें तो ये करीब 90 फीसदी है. जीवित व्यक्ति से किडनी ट्रांसप्लांट कराने पर 12-20 साल और मृत व्यक्ति से किडनी ट्रांसप्लांट कराने पर 8-12 साल तक जीवन अवधि बढ़ जाती है.