पटनाःबिहार पुलिस में महिलाओं के लिए 35% आरक्षण तो जरूर है, लेकिन सड़कों पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों के लिए शौचालय की व्यवस्था नदारद है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार पुलिस को समृद्ध बनाने को लेकर राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में पुलिस कर्मियों के लिए नए भवन और नए आदर्श थाना का निर्माण कर रहे हैं, लेकिन सड़कों पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों के लिए शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं है.
महिला पुलिस को 35% आरक्षण
राजधानी पटना के साथ-साथ बिहार के अन्य जिलों में सड़कों पर तैनात महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय तक की व्यवस्था नहीं की गई है. पुलिस मेंस एसोसिएशन की तरफ से भी कई बार शौचालय जैसी समस्या को लेकर पुलिस मुख्यालय और सरकार को पत्र लिखा गया है, लेकिन यह समस्या अभी भी पहले जैसी ही बनी हुई है.
ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी महिला पुलिस कर्मियों के लिए शौचायल की सुविधा नहीं
आपको बताते चलें कि आईपीएस आर मलार जब पटना के एसएसपी थे, तब उस समय उन्होंने निर्णय लिया था कि महिला पुलिसकर्मी को भी ट्रैफिक ड्यूटी के लिए लगाया जाएगा. उसके बाद पटना के एसएसपी अमित कुमार और मनु महाराज ने भी सड़कों पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों के शौचालय की समस्या को लेकर राज्य सरकार पुलिस मुख्यालय को अवगत करवाया था. इसके बावजूद अभी तक राजधानी पटना की सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं है.
सड़कों पर तैनात महिला पुलिस बिहार में 15 हजार से ज्यादा महिला पुलिसकर्मी
विगत कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद 124 भवन का शिलान्यास किया था और उन्होंने बताया था कि महिलाओं को बिहार में सबसे ज्यादा आरक्षण दिया गया है. आपको बता दें कि बिहार पुलिस में 15,000 से ज्यादा महिला पुलिसकर्मी हैं. बिहार में कई ऐसे मामले देखने को मिले हैं जहां शादी के बाद ससुराल में शौचालय की व्यवस्था नहीं होने की वजह से महिलाओं ने ससुराल छोड़ दिया है. केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय जैसी बुनियादी सेवा को उपलब्ध करवा रही है.
नए पुलिस भवन का निर्माण
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की माने तो पुलिस को समृद्ध बनाने को लेकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए पुलिस भवन का निर्माण लगातार चल रहा है. राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में कुछ जगह पर शौचालय की व्यवस्था की गई है. बाकी जगह पर विचार किया जा रहा है. एडीजी मुख्यालय का कहना है कि नए भवन के साथ-साथ पुलिस कर्मियों को रहने आदर्श थाना के साथ-साथ जीपीएस युक्त वाहन भी मुहैया करवाया जा रहा है.
शौचायल की समस्या
सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान अपना नाम छुपाने के शर्त पर बताया कि सड़कों पर ड्यूटी के दौरान उन्हें शौचालय जाने की काफी समस्या होती है. महिला पुलिस कर्मियों को कहना है कि हम पुरुष नहीं हैं कि कहीं पर भी शौचालय जा सकते हैं. ड्यूटी के दौरान कभी अगर हमें शौचालय जाना होता है, तो नजदीकी थाना या प्राइवेट कार्यालय या आसपास से घरों के शौचालय यूज करना पड़ता है.
महिला पुलिस कर्मियों के बैठने तक की सुविधा नहीं
महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि राजधानी पटना के कई चौराहों पर महिला पुलिस कर्मियों के बैठने तक की सुविधा नहीं है. हम पुलिसकर्मियों ने खुद से अस्थाई सड़क के किनारे बैठने की व्यवस्था की है. बरसात होने पर वहां भी पानी टपकने लगता है, जिस वजह से हम भीग जाते हैं.