पटना: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए सोमवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है. इस संकल्प पत्र पर जहां विपक्षी हमला कर रहे हैं. इसे जुमला और झूठ का पुलिंदा बता रहे हैं. तो वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि बीजेपी ने अपने 5 साल के शासन के अनुभव के आधार पर इस बार संकल्प पत्र को तैयार किया है.
राजनीतिक विशेषज्ञ डीएम दिवाकर का कहना है कि 2014 में जब बीजेपी ने घोषणा पत्र जारी किया था तो उसमें कई वादे किए थे. जिसमें बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर तो बहुत ज्यादा काम नहीं हुआ. इस बार संकल्प पत्र में बेसिक चीजों का ध्यान रखा गया है खासकर पार्टी को पता है कि अब आप जनहित के मुद्दे को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. प्रोफेसर दिवाकर का यह भी कहना है कि बीजेपी ने अपने पुराने एजेंडे को भी नहीं छोड़ा है. इस संकल्प पत्र में बीजेपी ने अपने पुराने मुद्दों को लेकर गंभीरता दिखाई है.
किसान और युवा के लिए सोचा है संकल्प पत्र में