पटनाः बिहार की राजधानी पटना में बिहार पुलिस दिवस के अवसर पर पुलिस के जांबाज अधिकारी और कर्मियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीरता पदक से सम्मानित (CM Nitish Kumar honored policemen ) किया. यह सम्मान वैसे पुलिस अफसर और कर्मियों को दिया गया, जिन्होंने अभूतपूर्व साहस, शौर्य और पराक्रम के साथ जघन्य अपराधों में शामिल कुख्यात अपराधियों व माओवादियों से समाज को राहत दिलाने की दिशा में अतुलनीय कार्य किए हैं.
ये भी पढ़ेंः Bihar Politics : नीतीश का कांग्रेस से 'इजहार-ए-मोहब्बत' लेकिन ये इश्क नहीं आसान!
थानों में महिला डेस्क का शुभारंभः बिहार पुलिस दिवस के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रथम चरण में 500 थानों में महिला डेस्क का शुभारंभ किया. इसके अलावा बिहार पुलिस की नई वेबसाइट और सोशल मीडिया सेंटर का भी शुभारंभ किया गया है. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार पुलिस और जनता के बीच का अनुपात काफी कम है. हाल के दिनों में गांधी मैदान में जिस तरह से हम लोगों ने घोषणा की थी उसके अनुसार बिहार में पुलिस बल की काफी कमी है. इसकी संख्या बढ़ाने की काफी जरूरत है.
जल्द बढ़ाई जाएगी पुलिस की तनख्वाहः नीतीश कुमार ने पुलिस कर्मियों को आश्वासन देते हुए कहा कि आप को बढ़ावा देने को लेकर काफी काम कर रहे हैं. जल्द ही आप लोगों की तनख्वाह भी बढ़ाई जाएगी. कुछ पुलिसकर्मी गड़बड़ काम करते है. 10% पुलिसकर्मी ऐसे हैं, जो गड़बड़ करते रहते हैं. बिहार क्राइम के मामले में देश भर में 25 स्थान पर हैं. हालांकि हमें और भी अच्छा काम करने की जरूरत है, ताकि बिहार का क्राइम रेट और घट सके.उन्होंने पुलिस अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा पुलिसकर्मियों के बहाली को लेकर निर्देश दिया है.
"बिहार पुलिस और जनता के बीच का अनुपात काफी कम है. बिहार में पुलिस बल की काफी कमी है. इसकी संख्या बढ़ाने की काफी जरूरत है. थाना में भवन तो बन रहा हैं. परंतु मेंटेनेंस का काम नहीं हो रहा है. यल 112 के तहत से जल्द ही वैकेंसी निकालकर पूरे राज्य में इसकी शुरुआत करने की जरूरत है"-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
पुलिस बल की संख्या में बढ़ोतरी का निर्देशः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के सभी थानों में लगे फोन को सुचारू रुप से संचालित करने का निर्देश दिया है. बिहार पुलिस दिवस के अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों को बिहार पुलिस में संख्या की बढ़ोतरी को लेकर निर्देश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में काफी पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई है. इसके अलावा बिहार में पहले जिस तरह से जर्जर स्थिति में थानाभवन हुआ करता था, उसमें सुधार किया गया है.
थाना भवनों को किया जाएगा सुदृढ़ः बिहार में कई स्थानों को अपना भवन प्रदान किया गया. हालांकि इन दिनों देखा जा रहा है कि थाना में भवन तो बन रहा हैं. परंतु मेंटेनेंस का काम नहीं हो रहा है. इसके लिए भवन निर्माण विभाग को और भी इंजीनियर की वैकेंसी निकालने की जरूरत है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि डायल 112 के तहत से जल्द ही वैकेंसी निकालकर पूरे राज्य में इसकी शुरुआत करने की जरूरत है. पहले बिहार में महिला पुलिस 3 से 4% थी. वहीं अब देश भर में सबसे अधिक हैं. यह बिहार के लिए गर्व की बात है.