पटना: पटना विश्वविद्यालय में गुरूवार को वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. यह आयोजन एसके मेमोरियल हॉल में हुआ. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल लालजी टंडन और सूबे के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
समारोह में कुल 42 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया, जिसमें 31 छात्राएं हैं. वहीं, विभिन्न संकाय के 1600 छात्र-छात्राओं को डिग्री बांटी गई. यह सभी वर्ष 2016-18 में पास हुए विद्यार्थी हैं.
हर विभाग में छात्राओं ने मारी बाजी
गौरतलब है कि मानविकी संकाय में 10 गोल्ड मेडल मिले हैं. जिसमें छह छात्राएं हैं. वहीं, सोशल साइंस को मिले 15 गोल्ड मेडल में चार छात्राएं हैं. विज्ञान संकाय में भी सबसे ज्यादा छात्राओं ने ही बाजी मारी है. 13 में से 11 गोल्ड मेडल छात्राओं ने अपने नाम किए हैं. कॉमर्स की एक छात्रा ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. वहीं, फैकल्टी ऑफ लॉ तथा फैकेल्टी ऑफ एजुकेशन को मिले 39 गोल्ड मेडल में 24 मेडल छात्राओं ने ही अपने नाम किए हैं.
बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे राज्यपाल
बहरहाल, कार्यक्रम के दौरान सूबे के शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा लगातार बढ़ रही है. अब संसाधनों का रोना नहीं रोना होगा. विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए सरकार ने अपने खजाने खोल दिए हैं. वहीं, राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह होना अपने आप में एक गौरव की बात है. पटना विश्वविद्यालय ने पूरे विश्वभर में अपनी एक स्वर्णिम पहचान बना रखी है. पटना विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं बिहार का नाम रोशन कर रहे हैं. दीक्षांत समारोह से डिग्री और गोल्ड मेडल लेकर जाने वाले छात्र-छात्राओं को देश और समाज कल्याण की दिशा में भी सोचना होगा.