पटना: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल बिहार का सबसे बड़ा दूसरा अस्पताल है. यहां अभी तक एक भी मरीज ने कोरोना से जंग नहीं हारा है. रविवार को 10 मरीज यहां से ठीक होकर अपने घर लौटे हैं. इन सभी मरीजों को डॉक्टर ने 14 दिनों के लिये अपने ही घरों में क्वॉरेंटाइन रहने का निर्देश दिया है. इसमें पांच मुंगेर, चार बिहारशरीफ और एक बक्सर के कोरोना मरीज शामिल हैं.
कोरोना से जीतने वाले मरीजों ने बताया सक्सेस मंत्र, कहा- दवा से ज्यादा परहेज की है जरूरत
डॉ. अजय कुमार ने बताया कि जब से नालन्दा मेडिकल कालेज अस्पताल को कोरोना सेंटर बनाया गया है, तब से सभी डॉक्टर इस रोग को चैलेंज के रूप में लेकर काम कर रहे हैं, जिससे लगातार हमें कामयाबी मिल रही है.
स्वच्छ रहें और स्वस्थ रहें
कोरोना विजेता के रूप में उभरे बिहारशरीफ के चिकित्सा प्रभारी डॉ.मोहम्मद जहांगीर ने बताया कि कोरोना से न घबराये, उसका सामना करें, दवा से ज्यादा फायदा परहेज है. इसलिए सोशल डिस्टेंस का पालन करेंं, स्वच्छ रहे और स्वस्थ रहें. वहीं, कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अस्पताल को जब से कोरोना सेंटर बनाया गया तब से चेलेंज के रूप में यहां की सभी टीम कार्य कर रही है. इसलिय अभी तक सारे कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो रहे हैं और भविष्य में सभी मरीज ठीक होकर घर चले जायेंगे.
कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार ने कोरोना मरीजों के बारे में बताया कि दवा से ज्यादा परहेज करने की जरूरत है. लोग सोशल डिस्टेंस का पालन करें, स्वच्छ और स्वस्थ रहें तभी कोरोना पर विजय पायेंगे.