पटनाः 8 सितंबर के दिन विश्व फिजियोथेरेपी दिवस मनाया जाता है. शनिवार को इसकी पूर्व संध्या पर पटना एम्स के फिजियोथेरेपी विभाग में जागरुकता कार्यक्रम चलाया. जिसका उद्घाटन पटना एम्स के निदेशक डॉ पी.के. सिंह ने किया. इस मौके पर एम्स के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष के साथ काफी संख्या में मरीज भी मौजूद थे.
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर एम्स में कार्यक्रम आयोजित, मरीजों को किया गया जागरूक
विश्व भौतिक चिकित्सक संघ ने 1996 में विश्व फिजियोथेरेपी दिवस की शुरुआत की थी. जो हर साल 8 सितम्बर को मनाया जाता है. इस मौके पर पटना एम्स में मरीजों को जागरूक किया गया.
मरीजों को किया गया जागरूक
विश्व भौतिक चिकित्सक संघ ने 1996 में विश्व फिजियोथेरेपी दिवस की शुरुआत की थी. जो हर साल 8 सितम्बर को मनाया जाता है. हर साल संघ इस दिन को मनाने के लिए एक थीम देता है और इस बार का थीम है फिजियोथेरेपी इन क्रॉनिक पेन यानि जटिल दर्द एवं फिजियोथेरेपी. इसी विषय पर पटना एम्स में शनिवार को मरीजों को जागरूक किया गया. इसका संचालन फिजियोथेरेपी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रीना श्रीवास्तव ने किया. इस मौके पर मरीजों को बताया गया कि उनके पुराने और जटिल दर्द को कैसे फिजियोथेरेपी के माध्यम से कम खर्च में ठीक किया जा सकता है.
उपचार में फिजियोथेरेपी विभाग का अहम योगदान
इस मौके पर सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट और विभागाध्यक्ष डॉ रीना श्रीवस्तव ने बताया कि मरीज जागरुकता प्रोग्राम में सभी विभाग के विशेषज्ञों ने विभिन्न तरह के दर्द और उसके उपचार के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि दर्द कैसा भी हो उसके उपचार में फिजियोथेरेपी विभाग का एक अहम योगदान रहता है. डॉ रीना श्रीवस्तव ने कहा कि पटना एम्स के फिजियोथेरेपी विभाग में पिछले कुछ महीनों में मरीजों की संख्या बढ़ी है और यहां आने वाले मरीज अपने इलाज से संतुष्ट भी हैं.