पटनाः बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में कोरोना के कारण अन्य बीमारियों के मरीजों की संख्या काफी घट गई है. पहले जहां अस्पताल के ओपीडी में 2,000 मरीज विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए रोजाना पहुंचते थे, वहीं अब ये संख्या 200 से ढाई सौ के बीच सिमट कर रह गई है. कई वार्ड खाली पड़े हैं. इसके बावजूद कोरोना के मरीज कोरोना वार्ड में बेड नहीं खाली होने के कारण वापस लौट जाते हैं.
पीएमसीएच में आम दिनों में मरीजों की संख्या इतनी अधिक रहती है कि अस्पताल के फर्श पर बैठकर मरीज इलाज कराते हैं. सामान्य दिनों में ये तस्वीरें पीएमसीएच में आम है क्योंकि बिहार के सुदूर इलाके से भी मरीज यहां इलाज कराने पहुंचते हैं. मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से बेड सभी फूल हो जाते हैं. कोरोना के कारण परिवहन प्रभावित है, प्रदेश में लॉकडाउन लागू है ऐसे में दूरदराज के मरीज पीएमसीएच में दिखाने नहीं आ पा रहे हैं.
2 महीने से चल रही है बेड बढ़ाने की बात
मरीजों की संख्या कम होने से पीएमसीएच वीरान नजर आने लगा है. पीएमसीएच के सभी वार्ड में काफी संख्या में बेड खाली नजर आ रहे हैं. कई वार्ड ऐसे हैं जहां एक भी मरीज एडमिट नहीं है. पीएमसीएच के ओपीडी काउंटर पर बैठे कर्मचारी ने जानकारी दी कि सोमवार के दिन दिन के 1:00 बजे तक 220 ओपीडी के पर्ची कटे हैं. बीते 1 महीने से ओपीडी में मरीजों की संख्या 200 से ढाई सौ रह रही है और इसमें भी सबसे अधिक जो मरीज आ रहे हैं, वह स्किन विभाग के लिए या फिर मेडिसिन विभाग के लिए पहुंच रहे हैं.
पीएमसीएच के हथुआ वार्ड और गुजरी वार्ड में गिने-चुने ह मरीज नजर आ रहे हैं. बताते चलें कि अस्पताल में 106 बेड का कोरोना डेडीकेटेड अस्पताल है, जहां बीते 2 महीने से बेड बढ़ाने की बात चल रही थी. मगर कोरोना महामारी वेब का पिक खत्म हो गया और अस्पताल में एक भी बेड कोरोना मरीजों के लिए नहीं बढ़ाया गया.