पटना: उत्तर प्रदेश के कानपुर बॉर्डर के नजदीक कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे एसटीएफ से एनकाउंटर के दौरान मार गया. हालांकि इस एनकाउंटर पर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. लेकिन बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों पर विरोध जताया है और एनकाउंटर के समर्थन में आ खड़े हुए हैं.
'आलोचना अब बंद होनी चाहिए'
मृत्युंजय सिंह ने साफ तौर से इस एनकाउंटर पर अपना समर्थन जताते हुए कहा है कि जब कोई अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है तो पुलिस की आलोचना होती है. वही अपराधी जब समाज के लोगों को तंग करता है तब भी पुलिस की ही आलोचना होती है. यह आलोचना अब बंद होनी चाहिए. मृत्युंजय सिंह ने बताया कि हर एनकाउंटर के बाद पुलिसकर्मियों को न्यायिक जांच से गुजरना पड़ता है. इस एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों को भी न्यायिक जांच से गुजरना पड़ेगा.
'मैंने भी किया 13 एनकाउंटर'
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि आज के परिवेश को देखते हुए हर पुलिसकर्मी को अपराधियों की गोली का जवाब गोली से ही देनी चाहिए. उन्होंने बताया कि वह भी एसटीएफ में रह चुके हैं और उन्होंने भी 13 एनकाउंटर किए हैं. हर एनकाउंटर के बाद उन्हें भी न्यायिक प्रक्रिया से गुजरना पड़ा है. न्यायालय में उन्हें एनकाउंटर के हर साक्ष्य प्रस्तुत करने पड़े, तब जाकर न्यायालय ने उन्हें एनकाउंटर से मुक्त किया. मृत्युंजय सिंह ने आम लोगों से इस मामले पर कानपुर एसटीएफ का मनोबल बढ़ाने की अपील भी की है.