पटना: बिहार में संक्रमण के बढ़ते हुए मामले को देखकर सरकार गंभीरता पूर्वक लॉकडाउन के विकल्प पर विचार कर रही है. आज एक बार फिर बढ़ते संक्रमण के मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार हाई लेवल बैठक बुलाई है. लेकिन लॉकडाउन को लेकर एनडीए गठबंधन में ही तकरार देखने को मिल रही है. एक तरफ बीजेपी के नेता जहां राज्य में बढ़ते संक्रमण के मामले को लेकर लॉकडाउन लगाने की मांग करने में लगे हैं, तो वही हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा लॉकडाउन लागू करने के लिए एक नई शर्त सामने रख दी है.
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रखी ये शर्तें
बिहार में बढ़ते संक्रमण के मामले को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के साथ कई नेता लगातार राज्य में लॉकडाउन लागू करने की मांग कर रहे हैं. तो वही हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा लॉकडाउन के पक्ष में नहीं दिख रहा है. लॉकडाउन को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शर्त रख दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि सरकार यदि राज्य में लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है, तो हम उनका समर्थन करेंगे. लेकिन हमारी कुछ शर्तें भी हैं. जीतन राम मांझी ने ट्वीट के जरिए लिखा है कि बिजली, पानी बिल, स्कूल-कॉलेज की फीस माफ कर दी जाए. साथ ही किरायेदारों का किराया माफ किया जाए. बैंक लोन ईएमआई को भी माफ कर दिया जाए.
'एसी कमरे में बैठकर लॉकडाउन की मांग करने वाले नेताओं से हम पूछना चाहते हैं कि गरीबों को लेकर इन नेताओं का क्या विचार है. लॉकडाउन के पक्ष में हमारी भी पार्टी है. लेकिन हमारी कुछ शर्तें हैं. शर्तों को पूरा कर दिया जाता है, तो हम लॉकडाउन के पक्ष में खड़े हैं.'-दानिश रिजवान, प्रवक्ता, हम