पटना: कोरोना वैक्सीन को लेकर काफी सियासत हो रही है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की ओर से बयानबाजी का दौर जारी है. इस बार तेजप्रताप यादव की ओर से कोरोना वैक्सीन को लेकर दिए गए बयान पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पलटवार किया है.
"जिनको भारत के चिकित्सा पद्धति नहीं पता है वो कोरोना वैक्सीन पर क्या बताएंगे. भारतीय वैज्ञानिकों ने काफी मेहन से इस वैक्सीन को बनाया है. कोरोना संक्रमण काल में जरूरी था कि टीका बने और लोगों को लगाया जाए. तेज प्रताप भले ही पहले स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं लेकिन स्वास्थ्य सेवा का किताना ज्ञान उन्हें है ये भी लोग अच्छी तरीके से जानते हैं. इस समय में उनका बयान ठीक नहीं है."- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार
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इसके अवाला स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बिहार के स्कूल में कोरोना संक्रमण को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि स्वास्थ्य विभाग इन मुद्दे को बारीकी से देख रहा है. जहां-जहां विद्यालयों में कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे हैं. वहां पर जांच और इलाज की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि आज स्वास्थ्य विभाग के कार्यों का ही परिणाम है कि बिहार में लगभग 98 प्रतिशत लोग कोरोना को मात दे चुके हैं.
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वैक्सीन पर सियासत नहीं करने की अपील
बता दें कि आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने कोरोना वैक्सीन को लेकर कहा कि जो कोरोना वैक्सीन आई है, उसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगवाएं, उसके बाद हम भी इसे लगवा लेंगे. तेज प्रताप के इस बयान पर सत्ता पक्ष से नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया आने लगी. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि वैक्सीन पर किसी तरह की सियासत नहीं होनी चाहिए. इस पर सवाल उठाने का मतलब है कि विपक्ष देश की जनता की जान से खिलवाड़ कर रही है. इस तरह का बयान देने वाले नेताओं को ईश्वर सद्बुद्धि दें. इसके अलावा जेडीयू नेता निखिल आनंद ने कहा कि तेज प्रताप यादव हो या अखिलेश यादव जिस तरह का बयान दे रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.