पटना : राज्य में कोरोना संक्रमणको कम करने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है. जिसके बाद कोरोना के मामले में काफी कमी आई है. वहीं संक्रमण कम होने के बाद कोरोना जांचमें लापरवाही भी देखी जा रही है. ऐसे ही एक तस्वीर पटना जंक्शन पर देखने को मिली है. जहां अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की जांच को लेकर पटना जंक्शन पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी गंभीर नहीं दिख रहे हैं. यात्रियों की जांच करने के बजाय कर्मी मोबाइल चलाने और गपशप में व्यस्त हैं.
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यात्रियों को कोई रोकने टोकने वाला नहीं
पटना जंक्शन पर भी जिला स्वास्थ समिति के द्वारा जांच काउंटर बनाया गया. जहां पर रेल यात्रियों की जांच की जाती है. लेकिन जो फिलहाल तस्वीरें हैं, वह तस्वीर साफ बयां कर रही है कि स्वास्थ्य कर्मी कोरोना जांच में पूरी तरह से लापरवाही बरत रहे हैं. पटना जंक्शन पर बैठे स्वास्थ्य कर्मी मोबाइल में बिजी हैं. वहीं महिला स्वास्थ्य कर्मी एक दूसरे से गपशप में व्यस्त हैं. रेल यात्री आ रहे और जा रहे हैं. लेकिन कोई रोकने टोकने वाला नहीं है. लोग आसानी से पटना जंक्शन पर उतर रहे हैं और अपने गंतव्य स्थान तक जा रहे हैं
पुलिस बल भी आराम फरमा रहे
वहीं यात्रियों की शत-प्रतिशत जांच कराने के लिए बिहार पुलिस के जवान भी पटना जंक्शन पर लगाए गए हैं, वह जवान भी कुर्सी पर बैठे आराम फरमा रहे हैं. लेकिन किसी भी यात्री को जांच करवाने को लेकर ना ही रोक ना ही पूछ रहे हैं. हालांकि शुरुआती दिनों में रेलवे स्टेशन परिसर में बैठे रेलकर्मी ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों और बाहर से स्टेशन पर जाने वाले यात्रियों का नाम पता नोट करते थे. उसके बाद उनकी कोरोना जांच की जाती थी. लेकिन संक्रमण में कमी आने के बाद यहां लापरवाही बरती जा रही है.
गपशप में व्यस्त स्वास्थ्यकर्मी ये भी पढ़ें : पटना के बड़े अस्पतालों में मौत का तांडव, बीते 24 घंटे में 14 मरीजों ने तोड़ा दम
ड्यूटी के नाम पर खानापूर्ति
कुल मिलाकर कह सकते हैं कि पटना जंक्शन पर स्वास्थ्य कर्मी और पुलिस ड्यूटी के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं. हालांकि राज्य में कोरोना के मामले काफी कम हुए हैं. लेकिन रेलवे स्टेशनों पर अभी भी महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, दिल्ली जैसे शहरों से यात्री प्रतिदिन आते हैं ऐसे में उन यात्रियों की जांच नहीं होती है तो संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.