बेगूसराय: नीतीश सरकार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा एक बार फिर से चर्चा में हैं. दरअसल, बीते दिनों उनका सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में वे एक खास जाती के लोगों को अपशब्द कहती नजर आ रही हैं. यह वीडियो इलाके में तेजी से वायरल हुआ था.
वायरल वीडियो पर सफाई देते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्होंने किसी खास जाती को नहीं बल्कि व्यक्ति विशेष पर टिप्पणी की थी. उन्होंने बताया कि उनपर लगे आरोप सिद्ध होने के बाद वे राजनीतिक जीवन से इस्तीफा दे देंगी. बता दें कि मंजू वर्मा को जदयू ने इस बार चेरिया विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है. इस मामले को लेकर बेगूसराय में राजग और महागठबंधन के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है.
'जुलाई 2018 है वायरल वीडियो'
मंजू वर्मा ने वायरल वीडियो पर सफाई देते हुए कहा कि वीडियो 26 या फिर 27 जुलाई 2018 है. उन्होंने बताया कि उनके पटना आवास पर उन्होंने मुजफ्फरपुर मामले को लेकर एक प्रेस वार्ता बुलाई थी. इस दौरान वहां पर 500 पत्रकार भी मौजूद थे. पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि वायरल वीडियो में उन्होंने किसी खास जाती के लोगों पर कोई टिप्पणी नहीं की थी. उन्होंने बताया कि वीडियो के कुछ अंश को काट कर वायरल कर दिया गया है.
मुजफ्फरपुर कांड में छोड़ना पड़ा था मंत्री पद
गौरतलब है कि जदयू कोटे से पूर्व मंत्री का नाम सबसे पहले चर्चा में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के दौरान आया था. इस कांड में मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा को सीबीआई ने मुख्य आरोपी भी बनाया था. इसी मामले के दौरान जब पुलिस ने मंत्री के आवास पर छापेमारी की थी, तो अवैध कारतूस भी बरामद किये गए थे. जिसके बाद पुलिस ने मंजू वर्मा और उनके पति को नामजद अभियुक्त बनाया था. इस मामले के बाद मंजू वर्मा को अपने मंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था.