नई दिल्ली/पटना:दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने इंश्योरेंस और बोनस की रकम दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग (Cheater Gang) का खुलासा किया है. पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो सेना के अधिकारियों को निशाना बनाते थे और ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे. इनकी पहचान फरीदाबाद के राज राजपूत, बिहार के प्रभात कुमार, यूपी के राम नरेश और राम सागर के रूप में हुई है.
आरोपी बकाया इंश्योरेंस मैच्योरिटी और बोनस आदि की रकम जारी करने का लालच देकर आर्मी ऑफिसर से ठगी को अंजाम देते थे. आरोपियों ने 54 आर्मी ऑफिसरों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिनमें से 13 ने उनके कॉल पर रेस्पांड किया और ठगी के शिकार हो गए.
ये उन्हें बोनस और इंश्योरेंस मैच्योरिटी में 3-4 लाख रुपये दिलाने का प्रलोभन देते थे और इसके बदले उनसे 30- 40 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस के नाम पर वसूलते थे, जो वो फर्जी फर्म के नाम पर खुलवाए गए एकाउन्ट में लेते थे. जैसे ही पैसे उनके एकाउन्ट में आते थे. उनको एटीएम या चेक से पैसों को निकाल कर मोबाइल को बंद कर देते थे.
इसके लिए उन्होंने किराये के पते पर पंजीकृत प्रोपराइटरशिप/पार्टनरशिप फर्मों के नाम से बैंक खाते खोले जिससे बैंक फर्मों के खाते में बार-बार जमा होने के लिए पूछताछ नहीं करें. यह एक बैंक खाते में बड़ी रकम लेने में भी मदद करता है. ये एकाउन्ट पीड़ितों को मांगी गई राशि जमा करने के लिए उपलब्ध कराए गए थे.
पीड़ितों को कॉल करने के लिए आरोपी व्यक्तियों ने फर्जी केवाईसी दस्तावेजों और पतों पर लिए गए मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया. इस उद्देश्य से परिसर को किराए पर लिया गया और फर्जी फर्मों के पंजीकरण और ऐसे पते पर बैंक खाते खोलने के बाद, आरोपी व्यक्ति इन परिसरों को खाली कर गायब हो गए.
ठगी के वारदातों की शिकायत पर ईओडब्लू पुलिस के इंस्पेक्टर जे एस मिश्रा, एसआई रविंदर जून, एसआई सतीश डागर, एएसआई मेघपाल, हेड कॉन्स्टेबल धनवीर और अन्य की टीम को मामले की जांच में लगाया गया.
दिल्ली, फरीदाबाद, कानपुर में छापेमारी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया. ये महाराष्ट्रा, चेन्नई, हैदराबाद और चंडीगढ़ में ऐसे ही ठगी की वारदातों में शामिल रहे हैं. पुलिस सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर आगे की जांच और पूछताछ में जुटी हुई है, जिससे इनके सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया जा सके.